मेरी करनी का फल है लिखकर महिला दरोगा ने फंदे पर झूलकर दी जान
जनसंदेश न्यूज़
(लखनऊ)। अनूपशहर कोतवाली में ढाई साल से तैनात शामली निवासी महिला दरोगा का शव शुक्रवार रात घर में फंदे पर लटका मिलने से हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही एसएसपी समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
जिला शामली के गांव भैसवाल निवासी आरजू पंवार वर्ष 2015 में दरोगा के पद पर तैनात हुई थी। आरजू पंवार नेहरूगंज में नीरज शर्मा के मकान में तीसरी मंजिल पर किराए के कमरे में रहती थी, जबकि दूसरी मंजिल पर मकान मालिक अपने परिवार के साथ रहते हैं। महिला दरोगा ने सुसाइड नोट में लिखा था यह मेरी करनी का फल है.....।
शुक्रवार को महिला दरोगा ड्यूटी पर भी नहीं पहुंची। बताया जाता है कि महिला दरोगा मकान मालिक के घर में ही खाना खाती थी। शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे के लगभग उससे खाने के लिए आवाज दी तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद निकट में रहने वाले दूसरे पुलिसकर्मी सनी चैधरी को जानकारी दी गई। सनी ने कुर्सी रखकर कमरे में झांका तो कमरे में पंखे से लटका हुआ शव दिखाई दिया। तत्काल घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई।
वर्ष 2015 में जिला शामली के गांव भैसवाल निवासी आरजू पंवार पुलिस विभाग में दरोगा पद पर भर्ती हुई थी। बताया जाता है आरजू पंवार बेहद व्यावहारिक एवं मिलनसार थी और काम के प्रति लगनशील भी थी। ऐसे में उसकी मौत की सूचना से अनूपशहर कोतवाली में तैनात साथी दरोगा एवं अन्य पुलिसकर्मी भी हतप्रभ रह गए।
जैसे ही एसएसपी संतोष कुमार सिंह को घटना की जानकारी मिली तो वह तो अन्य अधिकारियों और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। देर रात तक पुलिस अधिकारियों द्वारा महिला दरोगा की मौत के संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया गया था। पुलिस अधिकारी अभी भी नहीं बता सके कि महिला दरोगा द्वारा खुदकुशी की गई है अथवा कोई और वजह है। जो भी हो महिला दरोगा की मौत में से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।