मासूम का अपहरण कर उतारा मौत के घाट, परिजनों के साथ मिलकर खोजबीन का दिखावा कर रहे थे हत्यारे
जनसंदेश न्यूज़
शाहगंज/जौनपुर। मासूम के अपरहण के बाद हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैली है। लोग इसे भरोसे की हत्या करार दे रहे हैं। क्योंकि हत्यारे पडोसी है। पुलिस उपाधीक्षक अंकित कुमार के मुताबिक अपहरणकर्ताओं ने अबोध को अपनी बाइक पर बैठा खुटहन थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव स्थित पानी टंकी के पास ले गये। टंकी में बच्चे को छिपाने ले जाया गया था। लेकिन बच्चे के रोने चिल्लाने से घबराये आरोपितों ने मफरल से गला कस कर मौत के घाट उतार दिया।
हत्या के बाद शव को पानी टंकी सीढ़ी पर छोड़ चलता बने। अपनी बाइक से सरपतहा थाना क्षेत्र के गैरवाह की ओर भाग निकले। गैरवाह गांव निवासी अमितेन्द्र की मोबाइल लूट कर भागने लगे। जिसकी सूचना भुक्तभोगी ने सरपतहा पुलिस को बाइक संख्या के साथ बता दिया। वहीं अपहरणकर्ताओं ने मोबाइल का लाक न खुलने पर सिम निकाल मोबाइल बेच नया मोबाइल ले लिया। नये मोबाइल व अमितेन्द्र के सिम से मृतक बालक के पिता दीप चन्द्र के मोबाइल पर अपरहण की सूचना दे फिरौती की मांग की गई। सूचना के आरोपी आजमगढ़ जनपद के पलिया गांव में मोबाइल फेक वापस घर आ गये। दोनों दिखावे में लगे रहे। पीड़ित के साथ-साथ खोजबीन का नाटक करते रहे।
वही बदमाशों ने दीपचन्द्र के मोबाइल नम्बर से तीन बजकर सात मिनट पर तीन मैसेज किया। मैसेज में लिखा गया था कि ‘मैने आप के बेटे को किडनैप कर लिया है जो कि अभी सही सलामत है।’ दूसरा मैसेज तुरंत ही आया जिसमें अपहरणकर्ताओं ने लिखा कि आप को अगर बेटा सही सलामत चाहिए तो सात लाख रुपए का इंतजाम करो और पुलिस को इंफार्म करने की कोशिश की तो बेटे को मार दूंगा।
तीसरा मैसेज ‘पैसे का इंतजाम करिये पैसे का’। इसके बाद बेबस पिता ने 7.28 पर मैसेज किया कि ‘मैं पैसे का इंतजाम कर रहा हूं। पहले मेरे बेटे से एक बार बात कराओ प्लीज कि वह सही है कि नहीं’। इसके बाद मोबाइल पर कोई मैसेज नहीं आया। यहां तक कि पिता का मैसेज रिसीव भी नहीं हआ।