‘लैब से लैंड' तक पहुंचाएं कृषि तकनीकी और शिक्षा, राज्यपाल ने काशी विद्यापीठ के कृषि संकाय का किया उद्घाटन

एफपीओ  गठन की अगुवाई करें कृषि विज्ञान एवं तकनीकी संकाय : आनंदीबेन पटेल

राज्यपाल ने भैरोतालाब स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कृषि संकाय का किया उद्घाटन

भैरोतालाब परिसर को कृषि विश्वविद्यालय के सेल के रूप में विकसित करने पर दिया बल



पंकज मिश्रा/त्रिपुरारी यादव

रोहनिया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालयों और शोध संस्थाओं को इस बात पर पूरा प्रयास करना चाहिए कि कृषि की विकसित तकनीकी और शिक्षा ‘लैब से लैंड’ तक पहुंचे। कृषि व पशुपालन दो ऐसे क्षेत्र है, जो सबसे ज्यादा रोजगार देते हैं। ऐसे में उच्च तकनीकी ज्ञान किसानों को मुनाफे की ओर अग्रसर करेगी। वह बुधवार को भैरोतालाब-रोहनिया स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में कृषि विज्ञान एवं तकनीकी संकाय का उद्घाटन करने के पश्चात उपस्थित लोगों को संबोधित कर रही थीं।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि काशी विद्यापीठ का यह परिसर बनारस में फॉर्मर प्रोड्यूसर आॅर्गनाइजेशन (एफपीओ) के गठन की अगुवाई करे। इसमें केंद्र के छात्र, किसानों से संपर्क व संवाद के कार्य हो। विश्वविद्यालय के छात्र यहां से प्राप्त ज्ञान व तकनीकी का प्रयोग करें और गांव के दूसरे लोगों को भी बताएं। जिससे आधुनिक खेती को गति मिल सके। उन्होंने इस परिसर को कृषि विश्वविद्यालय के सेल के रूप में विकसित करने पर बल दिया। 



आॅर्गेनिक खेती पर जोर देते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने की होड़ में अंधाधुंध उर्वरक, केमिकल के प्रयोग से उत्पन्न अनाजों से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने लगी है। 25-30 वर्ष पूर्व कंपोस्ट खाद प्रयोग होती थी। अब किसान फिर आॅर्गेनिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। इसमें कम लागत आती है। पहले एक-दो वर्ष के बाद उत्पादन भी अच्छा होने लगता है। उन्होंने कहा कि अब लड़कियां भी कृषि व पशुपालन के क्षेत्र में आगे आ रही हैं, जो बहुत शुभ संकेत है। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल ने दीप जलाकर किया। डा. दिनेश शुक्ला ने मंगलाचरण किया व पूजन-अर्चन कराया। समारोह में कुलसचिव डा. साहब लाल मौर्य, मुख्य गृहपति डा. विनोद कुमार सिंह, गंगापुर परिसर के निदेशक प्रो. योगेंद्र सिंह, डा. बंशीधर पाण्डेय, डा. केके सिंह, डा. रमेश सिंह के अलावा विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और क्षेत्रीय किसान उपस्थित रहे। 

परिसर की साफ-सफाई पर दिया जोर

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भैरवतालाब की साफ-सफाई पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए परिसर में रहने वालों को नहीं, बल्कि स्थानीय युवाओं और ग्रामीणों को जोड़ा जाएं। इसे कूड़ा जमा करने का स्थान नहीं बनाएं। जीवन के लिए शुद्ध हवा, पानी, आहार व शुद्ध विचार की जरूरत है। केंद्र व राज्य सरकार हर घर नल की योजना चला रही है। पर्यावरण के प्रति जागरूक व स्वच्छ भारत मिशन में साफ-सफाई के कार्य कर रही है। 



मत्स्य पालन व गो-पालन पर शोध का प्रस्ताव : प्रो. टीएन सिंह

कुलाधिपति का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि लगभग 6.5 एकड़ में बने इस कृषि संकाय में मत्स्य पालन और गो-पालन जैसे विषयों की भी पढ़ाई होगी। वहीं, आधुनिक तकनीकी से जैविक खेती को बढ़ावा देने का कार्य होगा। भविष्य में इस संकाय को संस्थान के रूप में विकसित कर स्नातक व स्नातकोत्तर की भी पढ़ाई की जायेगी। साथ ही, मत्स्य पालन व गो-पालन की संभावनाओं पर शोध के लिए प्रस्ताव तैयार किया जायेगा। जिससे इस कृषि प्रधान क्षेत्र में खेती की नई संभावनाएं तलाशी जा सके। 



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