निर्भया का केस लड़ने वाली सीमा कुशवाहा ने लिया प्रीति प्रकरण का संज्ञान, सपा छात्रनेता पत्नी की हत्या में लगा रहा न्याय की गुहार
निर्भया व हाथरस जैसे प्रकरण में रख चुकी है पीड़िता का पक्ष
जनसंदेश न्यूज़
चंदौली। निर्भया व हाथरस जैसे प्रकरणों में पीड़ित का पक्ष न्यायालय में मजबूती से रखने वाली सुप्रीम कोर्ट की चर्चित अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने जनपद के प्रीति यादव हत्यांकाड को संज्ञान में लिया है। ट्विटर के जरिए जब ये खबर उन तक पहुंची तो उन्होंने पूरे घटनाक्रम को तफ्शील से जाना और समझा। इसके बाद प्रीति के पति अंकित यादव से बातचीत कर प्रीति यादव को न्याय दिलाने का भरोसा दिया। साथ ही उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर चंदौली एसपी समेत तमाम पुलिस अफसरों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए और उन्हें निष्पक्ष होकर प्रकरण में काम करने की आवश्यकता भी जताई।
उन्होंने अपने वीडियो संदेश में घटनाक्रम से जुड़े कई तथ्य व तर्क रखे और पुलिसिया कार्यवाही पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। साथ ही प्रीति यादव हत्याकांड को आनर किलिंग करार दिया। कहा कि प्रीति यादव की मौत अस्वाभाविक मौत थी। बावजूद इसके मायके वालों ने न तो पति अंकित यादव को सूचना दी और ना ही पोस्टमार्टम कराया। साथ ही मायके वालों द्वारा प्रीति के मौत की बतायी गयी वजह भी संदेहास्पद है, क्योंकि आज के वक्त ऐसे प्रेस का इस्तेमाल ना के बराबर होता है, जिससे करेंट लगने से किसी की मौत हो जाए। बताया कि प्रीति यादव को पहले ही इस तरह की अनहोनी की आशंका थी, तभी वह अपने पति का घर छोड़कर मायके जाने से पहले पत्र लिखा, जिसमें ऐसी किसी भी वारदात के लिए अपने मायके पक्ष के लोगों को जिम्मेदार ठहराया है, जो एक मजबूत साक्ष्य है। बावजूद इसके एसपी चंदौली समेत तमाम आला अफसर आरोपियों की गिरफ्तार करने से बच रहे हैं। पुलिस का तर्क है कि हत्या के मामले में परिवार के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं है। ऐसे में परिजनों की धारा-201 के तहत गिरफ्तारी हर हाल में होनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने प्रीति के पति अंकित यादव को बिना बताए ही शव को जला दिया, जो अपने आप में एक सबूत था। कहा कि अंकित यादव ने अपने पत्नी द्वारा लिखे गए अंतिम पत्र का एक्सपर्ट से जांच के लिए साक्ष्य उपलब्ध कराने का प्रयास किया, लेकिन जांच अधिकारी ने उसे नहीं लिया। अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने बताया कि मृतका के पिता पुलिस विभाग में कार्यरत हैं जिस कारण पुलिस उनके प्रभाव में है। यही वजह है कि पुख्ता सबूत होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गयी। अंत में उन्होंने प्रीति यादव को न्याय दिलाने के लिए समाज को आगे आने का आह्वान किया।
हत्यारोपियों को बचा रही पुलिसः अंकित यादव
चंदौली। प्रीति यादव के पति अंकित यादव बीते दिनों जनपद भ्रमण पर आए वाराणसी रेंज के आईजी विजय सिंह मीणा से मिले। इस दौरान उन्होंने सैयदराजा में धान खरीद केन्द्र पर आईजी वाराणसी को अपनी अर्जी दी। कहा कि जनपद पुलिस उनकी पत्नी के हत्यारों की गिरफ्तारी करने में सुस्ती दिखा रही है। साथ ही उनके द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे साक्ष्य को भी अलीनगर पुलिस स्वीकार नहीं कर रही है। इस सिलसिले में सीओ सदर से पांच दफा व एसपी चंदौली से तीन दफा मुलाकात कर चुका हूं। वहीं आईजी ने अंकित को आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया था। बावजूद इसके पुलिस महकमा अपने स्टाफ को बचाने के प्रयास में है, तभी तो साक्ष्य होने के बाद भी हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी। अंकित यादव ने कहा कि उन्हें पुलिसिया कार्यवाही पर भरोसा नहीं है। जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल से मिलकर मामले की सीबीआई जांच की मांग करूंगा।