बिजनेस फ्रॉड: पार्टनर ने ही कारोबारी को लगाया करोड़ों का चूना

एमएसटीसी लिमिटेड के जगह अवध फुड एवं एलायड के खाते में आरटीजीएस का आरोप



अजय सिंह उर्फ राजू

गाजीपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के सकलेनाबाद निवासी एक बिजनेसमैन से उसके ही पार्टनर ने दो करोड़ चार लाख सत्तर हजार की हेराफरी कर दी है। उसने शाखा प्रबंधक के माध्यम से दूसरे बिजनेस पार्टनर के खाते में रकम ट्रांसफर कर दिया है। इस मामले में कारोबारी ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कोतवाली में  शाखा प्रबंधक व अन्य दो लोगों के खिलाफ तहरीर दिया है।

जिले के प्रतिष्ठित कारोबारी सकलेनाबाद निवासी प्रमोद कुमार गुप्ता पुत्र रामअधार गुप्ता ने तहरीर में बताया कि जगदम्बा कंस्ट्रक्शन बेगमपुर कैथवलिया के खाते से अवैध रूप से शाखा प्रबंधक एवं सह खातेदार रामअवतार कुशवाहा द्वारा दो करोड़ चार लाख सत्तर हजार रूपए अवध फुड एवं एलायड में आरटीजीएस के माध्यम से भेजा गया है।

उन्होंने बताया कि जगदम्बा कंस्ट्रक्शन में प्रमोद कुमार गुप्ता एवं रामअवतार कुशवाहा तथा संजय पांडेय पार्टनर थे। प्रमोद कुमार गुप्ता एवं राम अवतार कुशवाहा के संयुक्त हस्ताक्षर से कोई भी चेक कर भुगतान होता था। जबकि 24 फरवरी 2020 को रामअवतार कुशवाहा फर्म में पार्टनर बने एवं जीएसटी से जुड़े। जीएसटी से जुड़ने के बाद इन्होंने जीएसटी का पासवर्ड बदल दिया जो आज तक नहीं दिया। वहीं 26 फरवरी 2020 को चेक नंबर 12907 से दो करोड़ चार लाख सत्तर हजार का चेक  एमएसटीसी  लिमिटेड के नाम से एवं आरटीजीएस फार्म भर कर बिजनेस पार्टनर रामअवतार कुशवाहा को दिया था। 

इसके अलावा एक और चेक सख्या 1209 हस्ताक्षर युक्त सादा चेक एवं आरटीजीएस फार्म रामअवतार को दिया था। लेकिन पार्टनर राम अवतार कुशवाहा की नियत पर शक होने पर मैने 1209 नंबर चेक बैंक से स्टाप पेमेंट करा लिया। परंतु रामअवतार ने चेक सख्या 12907 के द्वारा दो करोड़ चार लाख सत्तर हजार का आरटीजीएस एमएसटीसी लिमिटेड के जगह अवध फुड एवं एलायड के नाम से करा दिया। जो उनके दूसरे बिजनेस पार्टनर  राजेश सिंह पप्पू के नाम की फर्म है। 

कारोबारी ने आरोप लगाया कि राम अवतार कुशवाहा व  शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा हुआ है। उन्होंने कोतवाली में एक नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ तहरीर दिया है। इस संबंध में  कोतवाल विमल कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। विवेचना के बाद पता चलेगा कि मामला क्या है। इधर पार्टनर रामअवतार कुशवाहा और अवध फुड एवं एलायड फर्म के मालिक राजेश सिंह का कहना है कि जो भी आरोप लगाएं गये है वह निराधार है। हम लोगों से कारोबारी स्वयं बिजनेस को लेकर रूपए लिये थे। 

शाखा प्रबंधक ने नहीं किया सहयोग  

गाजीपुर। बिजनेसमैन प्रमोद गुप्ता ने मामले की जानकारी होने पर यूको बैंक के  शाखा प्रबंधक सकलेनाबाद से वार्ता किया। उन्होंने उनसे चेक और आरटीजीएस फार्म की फोटो कॉपी मांगा । लेकिन शाखा प्रबंधक ने  आज तक नहीं दिया। शाखा प्रबंधक ने दूसरे पार्टनर राम अवतार की हस्ताक्षर के बाद ही फोटो कॉपी देने को कहा। इसके बाद  आरटीआई के तहत मांग की है। शाखा प्रबंधक वीडी त्रिपाठी ने बताया कि फिलहाल यह मेरे समय का मामला नहीं है। पूर्व शाखा प्रबंधक के कार्यकाल का है जांच के बाद पूरी सत्यता का पता चलेगा कि कौन दोषी है।  


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