...कृषि कानून किसानों के लिए फायदेमंद: प्रो. पंजाब सिंह
फॉर्ड फाउंडेशन की टीम ने गांवो का किया निरीक्षण
तकनीकी खेती अपनाने पर दिया जोर
विजय सिंह
वाराणसी। किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है। फाउंडेशन किसानों को नई तकनीक और बीज वितरित कर रहा है। उस बीज और तकनीक को और किसानों में वितरित करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि किसानों को खेती के जरिये अधिक से अधिक रोजगार देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इसके लिए तीन नए कानून भी लायी है जो किसानों के लिए लाभदायक है।
यह बातें भारतीय कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के पूर्व सचिव, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं फॉर्ड फाउंडेशन अध्यक्ष प्रो.पंजाब सिंह ने कही। उन्होंने आगे कहा कि प्रयास है कि इस कानून के जरिए किसानों को उनकी उपज का अच्छा लाभ मिल सके। टीम ने सर्वप्रथम भिखारीपुर एवं बंगालीपुर गांव का निरीक्षण किया। इस अवसर पर फॉर्ड फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रोफेसर पंजाब सिंह ने बंगालीपुर गांव में आयोजित किसान संगोष्ठी को आॅनलाइन सम्बोधित कर रहे थे।
किसानों में जागरूकता करना बड़ी चुनौती
प्रो.शिवराज सिंह ने जानवरों से फसलों को बर्बाद किये जाने के बाबत बताया कि किसानों के लिए यह एक बहुत बड़ी समस्या है। यह सरकार के संज्ञान में है। जल्द ही इसका कोई न कोई हल निकाल लिया जायेगा। आज किसानों में जागरूकता की काफी कमी है। किसान कैसे जागरूक हों, इसके लिए हम पूरा प्रयास कर रहे हैं ताकि वे नयी तकनीक और योजनाओं से परिचित हो सकें।
भारत सरकार के जैव प्रोद्योगिकी विभाग द्वारा वित्तपोषित एवं फॉर्ड फाउंडेशन व आईसीएआर-आईआईवीआर की ओर से संचालित बॉयोटेक-किसान परियोजना के लिए चयनित चार जिलों में से एक वाराणसी के भिखारीपुर, बंगालीपुर, जयापुर, जोगापुर आदि गांवों के दौरे पर हैं।
निरीक्षण किया। इस दौरान कृषि विज्ञान संस्थान, बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रो.शिवराज सिंह, भारतीय सब्जी अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ.नीरज सिंह, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं परियोजना के सह अन्वेषक डॉ.संतोष कुमार सिंह, फॉर्ड फाउंडेशन के ट्रस्टी डॉ. उमेश सिंह, डा. राजेश सिंह, राजेश्वरी रिसर्च फाउंडेशन के सचिव डॉ.विनोद कुमार सिंह सहित अन्य लोगों ने किसानों से तकनीकी खेती करने एवं अपनाने पर जोर दिया।