किसान विरोधी काला कृषि कानून वापस ले केंद्र सरकार - शालिनी
किसानों के समर्थन में सपाइयों ने किया कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन और दिया पत्रक
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। अपने हक हुकूक की लड़ाई लड़ रहें भारत के अन्नदाता किसानों के कथित कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों के आवाह्न व सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर शालिनी यादव के नेतृत्व में सपाइयों ने वाराणसी कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करते हुए केंद्र सरकार को प्रशासन के माध्यम से पत्रक सौंपा। इस दौरान सपा नेताओं ने किसान विरोधी कानून को वापस लेने की मांग की।
इस दौरान पत्र प्रतिनिधियों से बात करते हुए शालिनी यादव ने कहा कि आज देश में किसानों की आर्थिक स्तिथि अच्छी नही है। जहां एक तरफ उसकी फसल उगाने की लागत बढ़ गयी है, वहीं दूसरी तरफ अनाज की बिक्री लागत से भी कम दाम में हो रही है। सरकार किसानों की उपज को एमएसपी की दर से नही खरीद रही है। जिससे उनके सामने भुखमरी की समस्या खड़ी हो गयी है और वे आत्महत्या कर रहे है।
शालिनी यादव ने यह भी कहा कि वर्तमान केंद्रीय कृषि कानून के लागू होने के बाद किसानोंकी हालात और बदतर हो जाएगी तथा किसानों की उपज का फायदा बड़े व्यापारी ले लेंगे। अअतः इस कृषि कानून को सरकार को वापस ले लेना पड़ेगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नही होती समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर इनकी लड़ाई लड़ते रहेंगे।
इस प्रदर्शन में युवा नेता मनीष यादव, जिला सपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विनोद यादव, कन्हिया व शिक्षक सभा के राधेश्याम आदि भी शामिल रहे।