भाभी के साथ अवैध संबंध से नाराज छोटे साले ने ही कर दी जीजा की हत्या, सनसनीखेज खुलासा
18 दिसंबर को चन्द्रप्रभा डैम में मिली थी मीरजापुर निवासी राजेन्द्र की लाश
छोटे साले ने ही दोस्त के साथ मिलकर रची साजिश, दोस्त गिरफ्तार
जमकर की मुर्गा पार्टी फिर राजेन्द्र को डैम में धकेल हुए फरार
मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
वैभव मिश्रा
चकिया/चंदौली। बीते 18 दिसंबर को कोतवाली क्षेत्र के मुजफ्फपुर डैम में मिली सेमरा, मीरजापुर निवासी राजेन्द्र पाल की लाश के संबंध में कोतवाली पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया। मृतक के छोटे साले ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर जीजा को मौत के घाट उतारा था। पुलिस की गिरफ्त में आये साले के दोस्त बलवंत ने पुलिस के सामने सारे राज उगल दिये। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मृतक की मोटरसाइकिल बरामद की है।
कोतवाली में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान एडिशनल एसपी अनिल कुमार ने बताया कि मृतक राजेन्द्र पाल निवासी सेमरा जमालपुर, मीरजापुर का पिछले तीन वर्षों से अपने बड़े साले दिनेश की पत्नी विमला निवासी मुजफ्फरपुर के साथ प्रेम संबंध था। जिसको लेकर ससुरालीजन में काफी रोष था। वहीं जीजा के साथ अपनी भाभी के अवैध संबंधों को लेकर छोटा साला राजकुमार भी काफी दुखी रहता था।
बीते 17 दिसंबर को विमला ने राजेन्द्र को मिलने के लिए बुलाया था। मिलने बाद राजेन्द्र जब वापस जा रहा था तो मुजफ्फरपुर तिराहे के पास अपने दोस्त बलवंत साहनी के साथ पहले ही इंतजार कर रहे उसके छोटे साले राजकुमार ने राजेन्द्र को रोक लिया और बताया कि मुर्गे की पार्टी रखी गई है, वह खाकर ही जाये। जिसके बाद सभी मुजफ्फपुर डैम पर ही मुर्गा पार्टी की और बीयर पी। इस दौरान राजकुमार और बलवंत ने राजेन्द्र को शराब पिला दी। जिससे वह चलने-फिरने की स्थिति में नहीं रहा। इसके बाद दोनों ने राजेन्द्र को डैम में धक्का दे दिया और फरार हो गये।
सीओ प्रीति त्रिपाठी के नेतृत्व में विवेचना कर रहे कोतवाल रहमतुल्लाह खां को जानकारी मिली कि राजेन्द्र के साथ बलवंत और राजकुमार ने डैम के पास मुर्गा पार्टी की थी। जिसके बाद पुलिस ने बलवंत साहनी को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने सारे राज उगल दिये। सीओ ने बताया कि हत्या का मुख्य आरोपी राजकुमार अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर मृतक का मोटरसाइकिल बरामद कर लिया गया है।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में कोतवाल रहमुल्लाह खां सहित उपनिरीक्षक अमरूद्दीन खान, हेड कांस्टेबल साधु शरण सिंह, कांस्टेबल अरूण व अक्षय प्रताप रहे।