सोनभद्र में कहीं वर्चस्व की लड़ाई में तो नहीं हुई सपा नेता रामभुवन की हत्या, कुछ दिन पहले ही जमानत पर आया था बाहर



जनसंदेश न्यूज

सोनभद्र। सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत उरमौरा में बीती रात अज्ञात हमलावरों ने सपा कार्यकर्ता रामभुवन यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। सपा कार्यकर्ता की हत्या से जिले में कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगा है। समाजवादी पार्टी के अलावा अन्य राजनैतिक दलों ने भी लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग तेज कर दी है। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैली रही। वर्चस्व को लेकर हत्या करने की बात सामने आ रही है।

बता दें कि सपा कार्यकर्ता रामभुवन 40 का शव उसी की लग्जरी गाड़ी के सहारे मृत अवस्था में पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रथम दृष्टया तो अज्ञात कारणों से मौत समझ कर शव को पीएम हाउस भेज दिया। लेकिन सुबह शर्ट की बटन खोलकर देखा गया तो उसके सीने पर दो गोलियों के लगने के निशान पाए गए। गोली के निशान को देखते ही पुलिस हरकत में आई और अपने उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। चर्चा यह भी रही कि मृतक समाजवादी पार्टी का नेता है लेकिन चर्चाओं पर विराम लगाते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक किसी पार्टी से मिलान नहीं करता बल्कि क्रेसर प्लांट पर कार्य करता है। यह भी बताया कि शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। 

डॉक्टर ने गोली लगने से मौत बताई है। पुलिस की तफ्तीश जारी है, जैसे आगे की जानकारी सामने आएगी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कुछ माह पहले चुर्क क्षेत्र में किसी विवाद को लेकर मृतक और उनके विपक्षियों के बीच गोली चली थी। जिसमें मृतक रामभुवन व उनके सहयोगी बमबम सिंह को जेल भेज दिया गया था। मृतक कुछ दिन पहले ही जमानत पर जेल से छूट कर आया था। चर्चाओं पर गौर करें तो मृतक आजमगढ़ के रमाकांत यादव (पूर्व सांसद) का नजदीकी बताया जा रहा है। 

वहीं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष विजय यादव ने घटना की निंदा करते हुए हत्या में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग किया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि मृतक समाजवादी पार्टी का नेता नहीं समर्थक था। ओबरा के पूर्व विधायकध्सपा नेता सुनील सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष सपा रामनिहोर यादव, रमेश सिंह यादव, कमलेश उर्फ नेता यादव, अभिषेक उर्फ मन्नू पांडेय, सूरज मिश्रा, सुरेश यादव, विमलेश पटेल, मोहन कुशवाहा, राजेश आदि ने जिला अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों को सांत्वना देते हुए हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग किया।  



चाचा, भाई व बड़ा बेटा शव देख करने लगे विलाप

सोनभद्र। मऊ जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बड़ा गांव निवासी रामभुवन यादव का परिवार मऊ में ही रहता है। रामभुवन रावर्ट्सगंज में कामकाज को लेकर किराये पर रूम लेकर रहता था। उसके तीन पुत्र है। सबसे बड़ा पुत्र का नाम अभिषेक उर्फ गुलशन, दूसरा कृष्णा व तीसरा पुत्र समीर सौरभ है। रामभुवन की पत्नी मीरा घर पर ही रहती है। उसके परिजन दोपहर जिला अस्पताल पहुंचे तो शव देखकर रोने लगे।



हार्ट अटैक समझकर पुलिस ने मर्चरी में रखवा दिया था शव

सोनभद्र। सदर कोतवाली क्षेत्र के उरमौरा समीप सड़क किनारे स्कार्पियों गाड़ी के पास मिले सपा कार्यकर्ता का शव देख एक बारगी पुलिस भी चखमा खा गई। पुलिस रात में उसके शव को उठवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस बीच किसी ने उसकी पहचान राम भुवन यादव के रूप की। रात में पुलिस के द्वारा बताया गया की हार्ट अटैक के उसकी मौत हुई है शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। पुलिस को पहले तो मौत का राज नहीं पता चल सका था लेकिन मंगलवार की सुबह पोस्टमार्टम हाउस में नजदीकी लोगों द्वारा पंचनामें की कार्रवाई के दौरान गोली लगने का खुलासा होने के बाद हड़कम्प मच गया। कपड़ा सीना तक उठाकर देखने पर पता चला कि सीने में दो जगह पर गोली लगने के निशान हैं। इसके बाद पुलिस हरकत में आयी। 



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