किसानों के आंदोलन को मिला जबरदस्त समर्थन, कहीं गिरफ्तारी तो कहीं किया गया हाउस अरेस्ट

 


जनसंदेश न्यूज़

लखनऊ। नये कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा बुलाये गये भारत बंद को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है। यूपी में भी भारतीय जनता पार्टी को छोड़ लगभग सभी पार्टियों के नेताओं व कई संगठनों ने किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के साथ प्रदर्शन किया। दूसरी तरफ कानून व्यवस्था को लेकर भी सतर्कता बरती गई। जगह-जगह तैनात की गई भारी फोर्स हर एक गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर बनाये हुये थी। हालांकि कई जगहों पर प्रदर्शन कर रहे लोगों व पुलिस के बीच हल्की-फुल्की नोंक-झोंक भी हुई। 



वाराणसी में कई समाजवादियों को किया गया नजरबंद

राष्ट्रव्यापी किसान आन्दोलन के समर्थन हेतु सपा नेता संदीप मिश्रा के आवास पर समाजवादी नेताओ द्वारा प्रदर्शन की रणनीति बनाई जा रही थी। इस बीच थाना प्रभारी चेतगंज पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर रविकान्त विश्वकर्मा, पूर्व पार्षद संदीप मिश्रा, संदीप यदाव, मुकेश भगवानदास समेत कई नेताओं को नजरबन्द कर दिया गया।  



विभिन्न राजनीतिक दल के नेता हिरासत में

मैदागिन स्थित कम्पनी गार्डेन के सामने सड़क पर एकत्रित होकर जुलूस निकालने का प्रयास के रहे नेताओं को पुलिस ने गिरफतार कर लिया। गिरफ्तार नेताओं को पुलिस कोतवाली थाने ले गई। गिरफ्तार नेताओं में प्रमुख रूप से पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह, मार्क्स वादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रांतीय सचिव डाॅ. हीरालाल यादव, समाजवादी नेता कुंवर सुरेश सिंह, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रांतीय सचिव राकेश पाठक, गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता डाॅ. मो आरिफ, बैंक कर्मी यूनियन के नेता शिवनाथ यादव, माकपा के जिला सचिव नंदलाल पटेल समेत कई लोग शामिल रहे। 



देर रात कई कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार

किसान आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन दिये जाने की सूचना मिलते ही  सक्रिय हुए प्रशासन ने महोबा जिला अध्यक्ष तुलसीराम लोधी को घर गिरफ्तार कर लिया। वहीं गोरखपुर की जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान और प्रदेश सचिव त्रिभुवन नारायण मिश्रा को घर पर ही नजरबंद कर दिया गया। इसी तरह बस्ती जिला अध्यक्ष को समर्थकों संग गिरफ्तार करके पुलिस लाइन भेजा गया। वहीं बरेली के शहर अध्यक्ष को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। 



कांग्रेस सेवा दल के नेता हाउस अरेस्ट

वहीं दूसरी तरफ वाराणासी में डॉ. प्रमोद पाण्डेय अध्यक्ष उप्र कांग्रेस सेवादल को लंबी बहस के बाद भी घर से नही निकलने दिया गया। भारी पुलिस बल घर के डटी रही और यह कहकर नजरबंद किया गया कि सरकारी आदेश है आप किसी धरना प्रदर्शन में भाग नहीं ले सकते। सेवादल के जिलाध्यक्ष मनोज द्विवेदी, बबलू बिंद, माधवेन्द्र पाण्डेय, धीरज पाण्डेय, जगदीश पाण्डेय को साथ ही नजरबंद किया गया।


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