सनसनीखेज: डूबने से नहीं हुई है तीनों चचेरे भाइयों की हत्या, निकाल ली गई थी आंखें



जनसंदेश न्यूज़

मिर्जापुर। लालगंज थाना क्षेत्र के बामी गांव में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि बच्चों की मौत डूबने से नहीं, बल्कि उनकी हत्या की गई है। तीन चचेरों भाइयों का बंधी में मिले शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी में हुआ। बच्चों के शरीर पर कई जगह चोट के निशान है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि तीनों बच्चों की आंखें निकाल ली गई थी।

प्राप्त सूचना के मुताबिक लालगंज थाना क्षेत्र के बामी गांव निवासी कक्षा आठ के छात्र शशांक तिवारी (14) पुत्र राकेश तिवारी, शिवम(14) पुत्र राजेश तिवारी, हरिओम(14) पुत्र मुन्ना तिवारी जो आपस में चचेर भाई है। घर में शादी सम्पन्न होने के बाद मंगलवार की दोपहर एक साथ धसड़ा के जंगल में बेर खाने गए थे। वो देर शाम तक घर वापस नहीं आए थे।

जिससे परेशान परिजन उन्हें जंगल में ढूंढने गए। देर रात पता न चलने पर परिजन घर लौट आए। सुबह होने पर परिजनों ने खोजबीन करने के साथ ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने खोजबीन की तो बुधवार की दोपहर बाद तीनों के कपड़े विंध्याचल थाना क्षेत्र के लेहड़िया जंगल की बंधी के भीटे पर मिले। परिजनों ने पुलिस की मदद से बंधी में खोजबीन की तो तीनों के शव बरामद हो गए। बच्चों के गले में चोट के निशान थे, साथ ही उनकी आंखें भी निकाली गई थीं। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। दो डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी में गुरूवार को तीनों बच्चों का पोस्टमार्टम कराया गया।


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