चंदौली पुुुुुलिस ने पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू फिर भेजा जेल
जनसंदेश न्यूज
चंदौली। सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू की गिरफ्तारी के बाद पुलिस महकमे के तमामा आला अफसरों के फोन या तो बंद हो गए। या फिर उनके फोन उठने बंद हो गए। ऐसे में मनोज सिंह डब्लू की गिरफ्तारी को लेकर देर शाम साढ़े सात बजे तक कोई पुष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हो पायी थीं। हालांकि पुलिस सूत्रों ने बताया कि सपा नेता को बबुरी थाने से चकिया संयुक्त जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका मेडिकल मुआयना कर शांति भंग की आशंका में जेल भेजने की कार्यवाही चल रही थी। हालांकि इसके पूर्व कई घंटों तक जनपद पुलिस मनोज सिंह डब्लू को हिरासत में रखने और जेल भेजने को लेकर मंथन करती रही। अंततः सभी सपाइयों को छोड़ दिया गया, लेकिन मनोज सिंह डब्लू समेत उनके छह समर्थकों को पुलिस ने शांति भंग की आशंका में जेल भेजने का निर्णय लिया और देर शाम तक चकिया में उनका मेडिकल मुआयने की कार्यवाही चलती रही।
...चोर दरवाजे से कहा निकलने की फिराक में थी पुलिस
चंदौली। किसान आंदोलन का समर्थन करने आए मनोज सिंह डब्लू एक बार फिर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने उन्हें गुमराह किया और नेगुरा गांव के कच्चे रास्ते से किसी गोपनीय स्थान पर जाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण पुलिस वाहन रास्ते से फिसलकर पांच फीट गहरे खड्ड में चला गया। संयोग अच्छा रहा कि पुलिस वाले व सपा नेता मनोज सिंह बाल-बाल बच गए। लेकिन इसके बाद मनोज सिंह स्थानीय ग्रामीणों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए और किसी सक्षम अधिकारी को मौके पर बुलाने लगे। आरोप मढ़ा कि जनपद पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है। अब उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं रहा।
मामला पटल पर आते ही क्राइम ब्रांच प्रभारी व सीओ सदर दल-बल के साथ नेगुरा गांव पहुंचे और मनोज सिंह डब्लू को समझाने गिरफ्त में लेने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने डीएम नवनीत सिंह चहल से बात कर एसपी अमित कुमार या एसडीएम स्तर के समक्ष अधिकारी को मौके पर भेजने की मांग की। कहा कि उन्हें नवीन मंडी ले जाने की बात कहकर पुलिस उन्हें जंगल-झाड़ी के रास्ते ले जा रही है। उन्होंने सत्ता पक्ष विधायक की ओर एक बार फिर इशारा करते हुए पुलिस से ही अपनी सुरक्षा किए जाने की आवश्यकता जताई। काफी जद्दोजहद के बाद सीओ सदर कुंवर प्रभात सिंह ने उन्हें अपने सरकारी वाहन में बैठाकर बबुरी थाने ले गए। फिर सवाल यह उठता है कि पुलिस वाले मनोज सिंह डब्लू के साथ नेगुरा गांव से होकर गुजरे कच्चे रास्ते पर क्यों पहुंचे और कहां जाने की फिराक में थे। इसके पूर्व मनोज सिंह डब्लू को धरनास्थल से हिरासत में लेते वक्त पुलिस के पसीने छूट गए। क्योंकि मनोज सिंह डब्लू के साथ मौजूद कार्यकर्ता उनके साथ मजबूती के खड़े रहे। इस सम्बन्ध में एसपी अमित कुमार से सम्पर्क करने का प्रयाास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पायी।