छात्र नेता ने फेसबुक पर साझा किया पत्नी का आखिरी पत्र, पढ़िए.... युवा नेता से सपा के दिग्गजों ने किया किनारा!

...एक बार फिर अंकित के साथ नहीं दिखी सपा!



आरिफ हाशमी

चंदौली। सपा के फायर ब्रांड युवा नेता अंकित यादव इस वक्त गम व गुस्से के दौर से गुजर रहे हैं। अपनी नई नवेली पत्नी को खोने से जहां अंकित को गहरा आघात लगा है, वहीं पत्नी के हत्यारों पर कार्यवाही में पुलिसिया ढिलाई से उनके अंदर गुस्सा व आक्रोश भी पनप रहा है। ऐसी विषम परिस्थिति में एक बार फिर सपा के युवा नेता अंकित यादव समाजवादी पार्टी से अलग-थलग पड़ गए हैं। ऐसा पहली बार नहीं है। इसके पहले भी सपा व उसके दिग्गज नेता अंकित के साथ ऐसा कर चुके हैं। हालांकि इसके इतर युवा सपाइयों में अपने हमउम्र व साथी अंकित यादव के प्रति भरपूर संवेदनाएं है और वे उनका साथ देने का जज्बा भी दिखा रहे हैं। 

बात की जाए प्रकरण की तो अंकित यादव अपनी पत्नी प्रीति यादव की हत्या का आरोप मायके पक्ष पर लगा रहे हैं। उनका आरोप है कि अपने मान-प्रतिष्ठा को बचाने के लिए घरवालों ने उनकी पत्नी प्रीति यादव की हत्या कर दी और शव को जला दिया। पत्नी की मौत की खबर उन्हें नहीं दी गयी। यहां तक कि उसका अंतिम संस्कार का मौका भी निर्दयी परिजनों ने उनसे छिन लिया। फिलहाल मामले में अलीनगर पुलिस ने अंकित की तहरीर पर उनकी पत्नी के परिजनों के खिलाफ हत्या व साक्ष्य छिपाने का मामला दर्ज किया है, लेकिन फिलहाल अंकित उनकी गिरफ्तार की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस लड़ाई में फिलहाल वह बिल्कुल अकेले हैं। उनके साथ न तो सपा संगठन है ना ही दिग्गज सपा नेता ही उनका साथ दे रहे हैं। जबकि जनपद में सपा के कई पूर्व व वर्तमान जनप्रतिनिधियों के अलावा सपा का जिला संगठन के साथ ही मुगलसराय के कई दिग्गज सपाईयों के अलावा तमाम फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारी व नेता अच्छा-खासा राजनीतिक रसूख व पुलिस-प्रशासनिक पकड़ रखते हैं। बावजूद इसके अभी तक कोई भी नेता खुलकर अंकित यादव के पक्ष में सामने नहीं आया और ना ही प्रकरण की निष्पक्ष जांच व न्याय की मांग की। यही वजह रहा कि अलीनरग थाने में अंकित यादव को अकेले धरने पर बैठना पड़ा। कोई भी छोटा या बड़ा नेता उनके साथ मौजूद नहीं दिखा। अब सवाल यह उठता है कि समाजवादी पार्टी जब अपने ही कार्यकर्ताओं व नेताओं के पक्ष में खड़ी नहीं हो सकती तो वह आमजन के हक की लड़ाई कैसे लड़ेगी। 



अंकित यादव द्वारा फेसबुक वाल पर सार्वजनिक की गई चिट्ठी।

...पत्नी के अंतिम पत्र को सार्वजनिक कर मांगा न्याय

चंदौली। सपा नेता अंकित यादव ने शनिवार को अपनी पत्नी प्रीति द्वारा लिखित अंतिम खत फेसबुक वाल पर सार्वजनिक की। साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन से न्याय की उम्मीद भी जताई। उक्त खत में प्रीति ने अपनी शादी का जिक्र किया है। साथ ही अपने न होने पर अपने पति अंकित यादव व उसके घरवालों का फिक्र भी किया है। इसके अलावा उन्होंने अपने व पति के साथ होने वाले संभावित अनहोनी के लिए जिम्मेदार मायके पक्ष के लोगों का भी उल्लेख भी पत्र में किया है। 

अंकित यादव के फेसबुक वाल पर साझा पत्र में साफ उल्लिखित है कि प्रीति व अंकित की शादी हिन्दू परम्परा अनुसार बीते 25 सितंबर को हुई थी। इसके बाद दोनों ने बीते नौ नवंबर को अपने इस प्रगाढ़ प्रेम व बंधन को सब रजिस्ट्रार कार्यालय में कानूनी मान्यता दी और एक साथ नए जीवन की शुरूआत की। इसके बाद जब प्रीति के मायके वालों द्वारा अंकित यादव से ही धूमधाम के साथ पुनः शादी कराने का उस पर दबाव बनाना शुरू किया तो अपने ससुराल से जाते वक्त उन्होंने एक खत लिखा। जिसमें प्रीति ने लिखा कि अगर मेरे साथ या मेरे पति के साथ कुछ भी गलत होता है या मरपीट होती है तो उसके जिम्मेदार मेरे मायके वाले होंगे। जिसमें उन्होंने अपने पापा, भाई, बड़े पापा, चाचा के नाम का उल्लेख किया है। साथ ही संभावित अनहोनी के लिए अपने पति अंकित यादव व उसके परिवार वालों को प्रताड़ित न करने का आग्रह भी प्रीति ने पत्र की अंतिम लाइन में किया है। इस पत्र को सार्वजनिक कर अंकित ने पुलिस प्रशासन के साथ-साथ समाज से न्याय की उम्मीद जताई है। अब देखना है कि उक्त प्रकरण आगे कौन सा मोड़ लेता है।


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