गाजीपुर के इस गांव के प्रधान के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज, विकास कार्य में अनियमितता पाये पर कार्रवाई



रविन्द्र श्रीवास्तव

नंदगंज/गाजीपुर। करंडा ब्लाक स्थित सौरम गांव के प्रधानपति तथा सचिव के नाम से चेक द्वारा लाखों रुपये निकालने व विकास कार्यों में अनियमितता को लेकर प्रशासन द्वारा गठित जांच कमेटी रिपोर्ट पर डीएम ने प्रधान का वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिया है। प्रशासन की इस कार्रवाई से विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।    

गौरतलब है कि, सौरम गांव में प्रधान द्वारा ग्राम सभा में 2016, 2017 तथा 2018 वित्तीय वर्ष में कराये गये  कार्यों में की गयी अनिमितताओं की जांच के लिए गांव के ही महेन्द्र सिंह कुशवाहा, रामकुंवर चैहान व रामदुलार यादव आदि लोगों ने गत 17 जुलाई 2018 को विकास कार्यों में हुई अनियमिताओं का प्रमाण सहित डीएम को लिखित शिकायती पत्र देकर जांच करने की मांग किया था। डीएम ने जिला विकास अधिकारी के निर्देशन में एक जांच कमेटी का गठन किया। 

शिकायतकर्ता के आधार पर अधिकारियों की जांच में अनियमितताएं सही पाये जाने पर ग्रामप्रधान सीमा जायसवाल  का वित्तीय अधिकार सीज करते हुए  खंड विकास अधिकारी करण्डा को ग्राम पंचायत सदस्यों में से एक तीन सदस्यीय कमेटी के गठन करने का निर्देश दिया है। 

रामकुंवर चैहान ने बताया कि प्रधानपति जांच रिपोर्ट को अपनी पहुंच  के कारण बार बार ठंढे बस्ते में डलवा देता था। लेकिन  वर्तमान जिलाधिकारी एम.पी सिंह ने जांच रिपोर्ट पर कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया। इसकी जानकारी होते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। प्रधानपति मनोज जायसवाल ने  बताया कि गांव में पुराना कराए गए कार्यों में जे.ई. द्वारा बनाये गये स्टीमेट के आधार पर ही चेक काटा गया है। वहीं ए.डी.ओ. पंचायत करंडा रमेश चन्द्र गुप्ता ने ग्राम प्रधान सीमा जायसवाल के वित्तीय और प्रशानिक अधिकार तथा बैंक खाता को सीज करने की पुष्टि की है।  

 


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