मोदी की काशी में भाजपा की दूसरी सीट भी सपा ने छीनी, देखिए किस उम्मीदवार को मिले कितने वोट?

- वाराणसी खंड स्रातक निर्वाचन सीट पर सपा के आशुतोष सिन्हा जीते

- तीन बार के विधायक रहे भाजपा के केदारनाथ सिंह को को मिली हार

- आशुतोष को मिले 26535 वोट, केदार के हिस्से में आए 22685 मत



सुरोजीत चैटर्जी

वाराणसी। एमएलसी चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी से वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र की शिक्षक सीट छीनने के बाद स्नातक सीट पर भी अपने नाम कर ली। इस स्रातक सीट पर सपा के आशुतोष सिन्हा ने कब्जा जमाते हुए तीन बार के विधायक रहे भाजपा के केदारनाथ सिंह को न सिर्फ पटखनी दी बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ही अन्य 21 उम्मीदवारों के बीच खुद को बेहतर साबित कर दिखा दिया। कुल 22 चक्र तक चली मतगणना में आशुतोष सिन्हा को 26 हजार 535 वोट मिले। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी केदारनाथ सिंह को कुल तीन हजार 850 मतों से हराया। केदारनाथ सिंह को कुल 22 हजार 685 वोट ही मिल सके।

विधान परिषद की वाराणसी खंड स्रातक निर्वाचन क्षेत्र में कुल 22 प्रत्याशी मैदान में थे। उनके मतों की गणना पहड़िया मंडी में बीते शुक्रवार को आरंभ होकर शनिवार को दोपहर तक चली। प्रथम वरीयता क्रम के मतों की गणना में उम्मीदवार के लिए निर्धारित कोटा पूर्ण न होने पर द्वितीय वरीयता क्रम की काउंटिंग शुक्रवार की रात शुरु हुई। जीतने वाले प्रत्याशी के लिए कुल 38 हजार 44 वोट का कोटा तय था। लेकिन प्रथम वरीयता के आधार पर शुरु की गयी मतगणना में के प्रथम चक्र से ही आशुतोष सिन्हा ने बढ़त ले ली।

वहीं, केदारनाथ सिंह ने इस चक्र में दूसरे स्थान पर रहते हुए टक्कर देने के संकेत भी दे दिये। अगले सभी चक्रों में आशुतोष ने बढ़त बनाए रखी जबकि केदारनाथ उनके मतों को छू भी नहीं सके। प्रथम वरीयता क्रम के पहले राउंड में ही आशुतोष ने 22 हजार 165 मत प्राप्त कर लिये। इस चक्र में केदारनाथ को 19 हजार 825 वोट मिले। इसी प्रकार काउंटिंग आगे बढ़ती रही। छठे चक्र तक सभी 22 प्रत्याशियों को प्राप्त वोट को मिलाकर कुल 82 हजार 473 मतों की गिनती हुई। उसमें से छह हजार 387 वोट अवैध और 76 हजार 86 मत वैध पाये गये। इस छठे चक्र में आशुतोष को 22 हजार 155 और केदारनाथ को 19 हजार 816 वोट मिले थे।

कोटा पूर्ण न होने पर रात्रि में द्वितीय वरीयता क्रम की गणना आरंभ की गयी। कुल पडे“ वोट और वोटों के अंतरण की प्रक्रिया शुरु होने पर मतों की संख्या में बदलाव आने लगा। जिसके तहत 22वें चक्र की गणना में मतों के अंतरण के चलते केदारनाथ 22 हजार 865 वोट प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रह गये और 26 हजार 535 मत प्राप्त करने वाले आशुतोष को विजय प्राप्त हुई। अपराह्न चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद आशुतोष सिन्हा को जीत का प्रमाण-पत्र सौंपा गया।

अन्य प्रत्याशियों को मिले वोट

इसी राउंड में अन्य उम्मीदवारों को प्राप्त मतों के तहत डॉ. लोकेश कुमार शुक्ल को 134, अनिल कुमार मिश्र तो 610, अरविंद कुमार दाशा को 3185, अरविंद सिंह पटेल को 6971, करुणाकांत मौर्य को 6145, गणेश गिरि को 920, डॉ. गोपाल सिंह को 1529, चंद्रप्रकाश गुप्त को 3132, नागगेश्वर सिंह को 5489, पंकज कुमार को 207, फौजदार सिंह ‘अखिलेश’ को 1371, ब्रह्मदेव मिश्रा उर्फ इलाका गुरु को 160, राजेश यादव को 246, रामजी गुप्त ‘धीरज’ को 63, राहुल कुमार सिंह को 254, विनय कुमार त्रिपाठी को 61, संजीव कुमार सिंह को 760, संतोष कुमार तिवारी को 34, संतोष पांडेय को 44 और डॉ. सुबेदार सिंह को 2800 वोट मिले। 

स्नातकों के हित को लड़ुंगा: आशुतोष सिन्हा

वाराणसी खंड स्रातक निर्वाचन क्षेत्र की सीट पर विजय हासिल करने के बाद सपा प्रत्याशी आशुतोष सिन्हा ने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि विधान परिषद में स्रातकों के हित में संघर्ष करुंगा। सदन में स्रातकों की समस्याओं को पूरी मजबूती के साथ रखुंगा। मेरी यह जीत सिर्फ समाजवादी पार्टी की विजय नहीं बल्कि मतदाताओं को मुझ पर किये गये विश्वास का परिणाम है। इस इलेक्शन के दौरान सपा के प्रत्येक कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने प्रत्येक स्तर पर मेरा मनोबल बढ़ाए रखा।


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