गड़बड़झाला: सेवानिवृत्त बाबू के खाते में पहुंचा 50 लाख, अधिकारियों से मिलीभगत कर जारी कराया धनराशि

मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप



जनसंदेश न्यूज़

बलिया। भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा जिले का स्वास्थ्य महकमे से एक और गड़बड़झाला का मामला प्रकाश में आया है। जो कर्मचारी 13 साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके थे, उन्हीं के बैंक खाता में 50 लाख रुपये विभाग द्वारा भेजा जाना समझ से परे है। फिलहाल इसे लेकर बिल्थरारोड के समाजसेवी सद्दाम पुत्र इकबाल ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है। इसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। 

गौरतलब हो कि सेवानिवृत्त बाबू 13 साल पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सीयर में तैनात थे। उस दौरान वरिष्ठ सहायक पद पर रहते हुए कई बार विभागीय कार्यवाही का सामना भी किये थे। सेवानिवृत्त होने के बाद दैनिक जीवनयापन कर रहे थे। इसी बीच 13 साल बाद चार माह पूर्व अगस्त माह में अधिकारियों एवं कोषागार से मिलीभगत कर कुटरचित फर्जी सर्विस बुक के माध्यम से पेंशन, उपादान, पेंशन का राशिकरण, पारिवारिक पेंशन भुगतान आदेश का अग्रसारण पत्र अपर निदेशक कोषागार तथा पेंशन वाराणसी मंडल द्वारा पत्रांक संख्या 2328 दिनांक 24 अगस्त को वरिष्ठ कोषाधिकारी कोषागार के वरिष्ठ अधिकारी को जारी किया गया। इसके उपरांत लगभग 50 लाख रुपये उनके खाते में भेजे गये। ऐसे में साफ प्रतीत हो रहा है कि सरकारी राजकोष के साथ आम आदमी के टैक्स का भी दुरूपयोग हो रहा है।

जब सीएमओ को बाबू ने किया गुमराह

बलिया। जनसंदेश टाइम्स ने जब उपरोक्त खबर के सिलसिले में सीएमओ डा. जितेन्द्र पाल से सवाल पूछा तो पहले उन्होंने मामला संज्ञान में होने से इंकार कर दिया। बाद में जब दिन, तारिख व पत्रांक संख्या का हवाला दिया गया तो उन्होंने बगल में खड़े बाबू से इस तरह का कोई ट्रांजेक्शन हुआ है पूछा तो बाबू कन्नी काट लिये।


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