बनारस के 3.60 लाख गंवई हो गए शहरी, परिसीमन के बाद ब्लॉकों में बीडीसी के वार्डों में होगी भारी कटौती

विकास खंडों की कुल जनसंख्या 24 लाख से घटकर 20.37 लाख पर पहुंची

जिला पंचायत में कम हो जाएंगे लगभग सात वार्ड

तीन ब्लॉकों में बीडीसी के 179 वार्ड भी कट जाएंगे

नगर निगम में शामिल ग्रापं के चलते हुआ बदलाव



सुरोजीत चैटर्जी

वाराणसी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले चल रहे परिसीमन में जनपद के ग्रामीण इलाकों की अबादी में लगभग तीन लाख 60 हजार की कमी आने की संभावना है। वहीं, जिला पंचायत के सात वार्ड घट सकते हैं। साथ ही क्षेत्र पंचायत के वार्डों में भारी कटौती हो रही है। जिसके तहत बीडीसी के लगभग 179 वार्ड कम हो सकते हैं। नगर निगम के दायरे में शामिल ग्राम पंचायतों को देखते हुए यह बदलाव हो रहा है। उम्मीद जतायी जा रही है कि आगामी सप्ताह तक जिले में ग्राम पंचायतों के परिसीमन का खाका खींच लिया जाएगा। उनमें कुछ ब्लाकों के गांव भी आंशिक रूप से शामिल हैं।

सन 2011 की जनगणना के अनुसार जनपद में नगरीय क्षेत्र को छोड़कर सिर्फ विकास खंडों की कुल 760 ग्राम पंचायतों की आबादी 23 लाख 95 हजार 473 रही। हालांकि आगामी वर्ष 2021 में जनगणना कार्य प्रस्तावित है। 2011 की जनगणना के तहत सभी गांवों को मिलाकर कुल आबादी में परिवारों की कुल संख्या तीन लाख 59 हजार 305 आंकी है। लेकिन नगर निगम की सीमा में पांच दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के शामिल होने के बाद स्वाभाविक तौर पर ग्रामीण क्षेत्र का दायरा न सिर्फ घट गया है बल्कि ग्राम कई ग्राम पंचायतों की भौगोलिक स्थिति में भी परिवर्तन हो चुका है।

फलस्वरूप संभावना जतायी जा रही है कि इस बदलाव के चलते अब वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों की कुल आबादी में तीन लाख 58 हजार 325 की कमी आएगी। उस स्थिति में सभी विकास खंडों को मिलाकर परिवारों की कुल संख्या तीन लाख तीन हजार 407 रह जाएगी। ऐसा होने पर जिले के सभी ब्लॉकों को मिलाकर ग्रामीण इलाके की कुल जनसंख्या 20 लाख 37 हजार 148 हो रही है। यह कटौती हरहुआ, चिरईगांव और काशी विद्यापीठ ब्लॉकों में हुई। वहीं, परिसीमन कार्य की चल रही तैयारियों को मानें तो जिला पंचायत के कुल 48 वार्डों में से सात वार्ड घटा दिये जाएंगे और जिला पंचायत के वार्डों की कुल संख्या 41 पर सिमट सकती है।

इसी प्रकार नगर निगम की सीमा में शामिल ग्राम पंचायतों को हटाने के बाद शेष कुल 699 ग्राम पंचायतों में क्षेत्र पंचायत के वार्ड भी प्रभावित होंगे। चर्चाओं के मुताबिक कुछ विकास खंडों में क्षेत्र पंचायत के वार्डों को घटाया जा रहा है। जिसके तहत हरहुआ विकास खंड में बीडीसी के अबतक करीब 136 वार्ड थे, उनकी संख्या घट कर 110 पर पहुंच सकती है। इसी प्रकार काशी विद्यापीठ विकास खंड में वर्तमान में लगभग 236 वार्ड हैं। इस ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत के वार्डों की संख्या घट कर 122 होने की संभावना है।

वहीं, चिरईगांव विकास खंड में क्षेत्र पंचायत के लगभग 154 वार्डों में से 39 वार्ड की कटौती हो सकती है। ऐसा हुआ तो चिरईगांव ब्लॉक में बीडीसी के कुल वार्डों की संख्या सिर्फ 115 रह जाएगी। उम्मीद जतायी जा रही है कि परिसीमन के बाद चोलापुर ब्लॉक में बीडीसी वार्डों की संख्या 120, बड़ागांव विकास खंड में बीडीसी वार्डों की संख्या 116, पिंडरा में 138 और आराजी लाइन में 181 रहेगी। परिसीमन के दायरे में हरहुआ, चिरईगांव और काशी विद्यापीठ विकास खंडों के आंशिक रूप से सम्मिलित ग्राम पंचतायतों में चांदपुर, डाफी, सभईपुर और हरिबल्लभपुर हैं। इन चारों ग्राम पंचायतों की कुल आबादी आठ हजार 291 तथा परिवारों की संख्या एक हजार 354 है। हालांकि परिसीमन की चल रही इन तैयारियों के बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी।

ब्लॉकवार ग्रापं की वर्तमान आबादी-परिवार

- चोलापुर 238931-35053, हरहुआ 271005-40763, सेवापुरी 235972-38346, चिरईगांव 307930-46007, काशी विद्यापीठ 471710-72147, बड़ागांव 232759-34071, पिंडरा 275684-40627, आराजी लाइन 361482-52291

संभावित बदलाव पर आबादी-परिवार

- चोलापुर ब्लॉक में 238931-35053, हरहुआ ब्लॉक में 218281-32611, सेवापुरी ब्लॉक में 235972-38346, चिरईगांव ब्लॉक में 231013-34056, काशी विद्यापीठ ब्लॉक में 243026-36352, बड़ागांव ब्लॉक में 232759-34071, पिंडरा ब्लॉक में 275684-40627, आराजी लाइन ब्लॉक में 361482-52291


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