प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन कर रखी नए संसद भवन की आधारशिला, 15 प्वांइट में जानिए नए संसद भवन की खासियत
जनसंदेश न्यूज़
नई दिल्ली। देश के नए संसद भवन का भूमि पूजन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को पहली नींव रखी। भूमि पूजन कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, केंद्रीय मंत्री और कई देशों के राजदूत शामिल हुए। चार मंजिला नए संसद भवन का निर्माण 971 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 64,500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है। जानकारी के मुताबिक इसका निर्माण कार्य भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिया जाएगा।
नए संसद भवन के निर्माण का प्रस्ताव उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्रमशः राज्यसभा और लोकसभा में 5 अगस्त 2019 को किया था।
आइए जानते है नए संसद भवन की 10 खास बातें......
1. 971 करोड़ की लागत से बनने वाला नया संसद भवन 64,500 वर्गमीटर क्षेत्र में होगा।
2. इसके निर्माण में 2000 लोग सीधे तौर पर तो 9000 लोगों की परोक्ष भागीदारी होगी।
3. नई इमारत पूरी तरह से भूकंप रोधी क्षमता वाली होगी।
4. नए संसद भवन में 1224 सांसद एक साथ बैठ सकेंगे। दोनों सदनों के सांसदों के लिए श्रम शक्ति भवन (संसद भवन के निकट) के स्थान पर कार्यालय परिसर का निर्माण कराया जाएगा।
5. नए भवन के निर्माण के दौरान वायु एवं ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं।
6. नए संसद भवन में सभी सांसदों के लिए ‘कागज रहित कार्यालय’ बनाया जायेगा। जो पूरी तरह से डिजीटल होगा।
7. नए संसद भवन में एक विशाल संविधान कक्ष होगा, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा।
8. नए संसद में सांसदों के लिए एक लॉन्ज होगा। उनके लिए पुस्तकालय, विभिन्न समितियों के कक्ष, भोजन कक्ष और पार्किंग क्षेत्र होगा।
9. इस भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी, जबकि राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्य बैठ सकेंगे।
10. संसद के संयुक्त सत्र में दोनों सदनों के 1224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
11. नए संसद भवन के निर्माण का ठेका टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को मिला है। यह नया भवन सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत है।
12. लोकसभा का आकार वर्तमान लोकसभा से तीन गुना बड़ा होगा और राज्यसभा भी वर्तमान उच्च सदन से बड़ी होगी।
13. नए भवन की आंतरिक साज सज्जा भारतीय संस्कृति के साथ क्षेत्रीय कला, शिल्प और स्थापत्यकला का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करेगी।
14. नया संसद भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस तथा ऊर्जा के दक्ष उपयोग और इसके संरक्षण को बढ़ावा देने वाला होगा।
15. त्रिकोणात्मक आकार का नया संसद भवन सुरक्षा की दृष्टि से भी अभेद होगा।
आपको बता दें कि संसद के वर्तमान भवन को देश की पुरातात्त्विक संपत्ति के तौर पर संरक्षित रखा जाएगा। नए भवन के निर्माण की आधारशिला संबंधी कार्यक्रम के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है।