काशी में पीएम: तैयारियों जायजा लेने पहुंचेे सीएम, देखें तस्वीरें
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खजुरी सभास्थल पर सीएम
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। पीएम नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को तैयारियों का जायजा लेने काशी पहुंचे। गोरखपुर से काशी आये सीएम योगी का हेलीकाफ्टर सूजाबाद में बनाये गये हेलीपैड पर उतराा। जहां से अधिकारियों से बातचीत के बाद सीधे खजुरी जनसभा स्थल की तरफ रवाना हो गये।
जनसभा स्थल पर पहुंचे सीएम ने योगी ने पीएम के आगमन के मद्देनजर सारी तैयारियों को बारीकी से परखा और सख्त निर्देश दिया कि जनसभा में कोविड प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन किया जाये। इसके साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किये जाये। सुरक्षा ऐसी रहे कि परिंदा भी पर ना मार सके।
इसके पहले अपर मुुुुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी काशी में गंगा घाट पर तैयारियों को जांचने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने घाटों की साफ-सफाई के साथ प्रस्तावित कार्यक्रमों की तैयारियों में बारे में जानकारी हासिल की। संभावना है कि सीएम देव दीपावली का रिहर्सल भी देखेंगे।
0 गुमनामी के अंधेरे में जन्मे 'चिंटू जिया' ने खूब बटोरी शोहरत, मालामाल हुए अन्नदाता 0 'सोनम ' की तरह मचाया धमाल, किसानों की आमदनी दोगुनी होने की जगी उम्मीद पूर्वांचल में पापुलर्टी हासिल करने वाला 'चिंटू जिया' विजय विनीत वाराणसी। ब्लैक राइस और बासमती की खेती से बर्बाद हो चुके पूर्वांचल के किसानों में एक नई उम्मीद जागाई है 'चिंटू जिया' ने। यह भोजपुरी गायक पप्पू राजा और राधा के रिमिक्स गाने का मुखड़ा नहीं, पूर्वांचल में खासी पापुलर्टी हासिल कर चुके धान की एक प्रजाति का नाम है। जिस तरह पल-पल ना माने 'चिंटू जिया' ...के गाने ने पूर्वांचल में शोहरत हासिल की, कुछ उसी तरह की सुर्खियां 'चिंटू जिया' ने भी बटोरी हैं। जिन किसानों ने इस बार 'चिंटू जिया' की खेती की है, वो काफी मालामाल हो गए हैं। वजह है, इस अनूठे धान की शानदार क्वालिटी और उसकी बंपर पैदावार। ब्लैक राइस की खेती करके देश भर में सुर्खियां बटोरने वाले चंदौली के किसानों ने धान के कटोरे में अबकी बड़े पैमाने पर 'चिंटू जिया' की खेती की है। किसानों को लगता है कि 'चिंटू ज
पेट के कीड़े , अपच , पीलिया के इलाज में भी कारगर जनसंदेश डेस्क अगर आप सेक्स पावर बढ़ना चाहते हैं तो सुगंधित जड़ी बूटी गोरखमुंडी ( Gorakhmundi) रामबाण साबित हो सकती है। दक्षिणी भारत में यह यह औषधि प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। गोरखमुंडी की बढ़वार बारिश में होती है और सर्दियां आते ही इसमें फूल और फल लगते हैं। गोरखमुंडी के पौधे में मधुमेह , बुखार , खांसी से बचाने की क्षमता होती है। पेट के कीड़े , अपच , पीलिया के इलाज में भी यह कारगर है। गोरखमुंडी का इस्तेमाल आमतौर पर यौन शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है। गोरखमुंडी की पत्तियों और इसकी जड़ों को रात में गाय के दूध के साथ सेवन करने से यौन शक्ति बढ़ सकती है। पाउडर का नियमित उपयोग यौन शक्ति को मजबूत बना सकता है। कान , नाक और गले के विकार और आंख संबंधी विकारों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। कुछ समय तक इसकासेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ सकती है। गोरखमुंडी के तीन-चार ताजे फूल लें और इसे दो चम्मच तिल के तेल में मिलाएं। नियमित सेवन आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करेगा। साथ ही आंखों की लालिमा से भी छुटकारा दिलाएगा। कुष्ठ रोग से
नये साल में पूरी दुनिया देखेगी में काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तारित अति भव्य स्वरूप - उपहार के रूप में मिलेगी सड़क, फ्लाईओवर, आरओबी, विद्युत उपकेंद्र, वाहन पार्किंग स्थल - अलग अंदाज में दिखेगा गोदौलिया-दशाश्वमेध रोड, कई अस्पतालों में बेड का होगा इंतजाम - नौ कुंड-तालाबों की बदल जाएगी सूरत, बाबतपुर हवाईअड्डे पर चालू करेंगे नया एटीसी टावर सुरोजीत चैटर्जी वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को नये साल 2021 में सड़कों व नये पुलों समेत कई और सौगात मिलेगी। जनपद की जनता को यह उपहार मिलने के बाद उम्मीद है कि न सिर्फ शहर की यातायात व्यवस्था सुधरेगी बल्कि कई स्तर पर अन्य व्यवस्था भी बेहतर हो जाएगी। नववर्ष में काशीवासियों को कई सड़कें, फ्लाईओवर सहित पुल वगैरह के तौर पर विभिन्न बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेंगे। वहीं, काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तारित रूप भी दुनियाभर को दिखने लगेगी। जनपद में तमाम निर्माणधीन परियोजनाएं नये साल में पूर्ण करने का लक्ष्य है। उनकी टाइम लाइन भी निर्धारित है। यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो वाराणसी की जनता को इसी जनवरी माह से ही इंफ्रास्ट्रक्टर के तौर पर सौगात