संविदा शिक्षकों के समर्थन में सोमवार बंद रहेंगे समस्त अनुदानित स्ववित्तपोषित महाविद्यालय
अनुदानित स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के अध्यक्ष ने किया सत्याग्रह का समर्थन
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। विद्यापीठ में संविदा शिक्षकों का सत्याग्रह शनिवार को छठवें दिन भी जारी रहा। इस मौके पर प्रदेश के अनुदानित स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ विजय प्रताप तिवारी ने अपने पदाधिकारियों के साथ उपस्थित होकर समर्थन दिया। साथ ही सत्याग्रह के समर्थन में सोमवार को प्रदेश के समस्त अनुदानित स्ववित्तपोषित महाविद्यालय को बंद रखे जाने की घोषणा की। इस दौरान यह भी बताया कि इस दिन सभी शिक्षक विभागों में जाकर भिक्षाटन करेंगे।
गौरतलब है कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 78 संविदा शिक्षक बीते 4 महीने के वेतन भुगतान के लिए प्रशासनिक भवन के सामने गांधी प्रतिमा के समक्ष बैठकर सत्याग्रह कर रहे है।
इस मौके पर स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विजय प्रताप तिवारी ने कहा कि प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालय विश्वविद्यालय सोमवार को काशी विद्यापीठ के संविदा शिक्षकों के समर्थन में बंद रहेगा। इसके साथ ही वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय एवं जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया कि सोमवार दिनांक 11 नवंबर 2020 को प्रदेश के समस्त स्ववित्तपोषित अनुदानित महाविद्यालय/विश्वविद्यालय बंद रहेगा।
ज्ञात हो कि दिनांक 6 नवंबर 2020 को सायंकाल विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने 2 महाविद्यालय के प्रबंधकों के माध्यम से वार्ता के लिए बुलावा भेजा था। वार्ता के दौरान सत्याग्रह पर बैठे 4 प्रतिनिधियों ने कुलपति के पास जाकर नेतृत्व किया। बैठक में कुलपति ने प्रदेश के शासनादेश एवं कार्यपरिषद की बैठक जिसका नेतृत्व प्रोफेसर टी एन सिंह खुद ही कर रहे थे उन्होंने अपने कार्य परिषद के निर्णय एवं शासनादेश को धता बताते हुए एक सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि आप लोग कान खोल कर सुन ले कि विश्वविद्यालय प्रशासन विज्ञापन कराने जा रहा है। आप लोग शामिल होंगे तो स्वागत योग्य होगा। वार्ता में संविदा शिक्षकों ने अपना पक्ष रखा लेकिन कुलपति सुनने को तैयार नहीं थे। बैठक में प्रतिनिधियों को प्रताड़ित करने एवं सत्याग्रह से हट जाने की धमकी दी गई। बैठक में कुलपति वार्ता के दौरान कोर्ट जाने को लगातार उकसा रहे थे।
बैठक के उपरांत महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संविदा शिक्षकों ने आरोप लगाया कि इस कोरोना काल में वेतन भुगतान न कर कुलपति अमानवीय व्यवहार का परिचय दे रहे हैं साथ ही तानाशाही रवैया अपना रहे हैं। जो विश्वविद्यालय के गरिमा को तार तार करने वाली है। बैठक में सभी संविदा शिक्षकों ने निर्णय लिया कि सोमवार को सभी विभागों में जाकर भिक्षाटन करेंगे।
इस अवसर पर सर्वश्री अनुराग मिश्र, डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉ पवन कुमार सिंह, डॉ आनंद कुमार सिंह, डॉ सुनील कुमार गुप्ता, डॉ चंचल कुमार सिंह, डॉक्टर मानिक चंद पांडे डॉक्टर आलोक कुमार शुक्ला मदनलाल डॉ प्रदीप कुमार डॉ गोपाल यादव अजय गौतम डॉ अविनाश कुमार सिंह रमेश कुमार मिश्रा शिव त्रिपाठी सुश्री निर्मला त्रिपाठी अभिषेक मिश्रा आदि अध्यापक गण उपस्थित रहे।