चर्चित बिकरू कांड में योगी सरकार की पहली बड़ी कार्रवाई, डीआइजी अनंत देव निलंबित



जनसंदेश न्यूज़

लखनऊ। बहुचर्चित बिकरू कांड में विशेष जांच दल (एसआइटी) की रिपोर्ट के बाद योगी सरकार ने पहली बड़ी कार्रवाई की गई है। कानपुर के तात्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान में डीआइजी अनंत देव तिवारी पीएसी में तैनात हैं। गृह विभाग के जारी आदेश के अनुसार कानपुर के तत्कालीन एसएसपी दिनेश पी. से भी इस संबंध में स्पष्टीकरण तलब किया गया है। एसआइटी की रिपोर्ट में 80 अफसरों और कर्मचारियों को दोषी पाया गया था। अभी और कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है।

कानपुर के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए बिकरू गांव पहुंची पुलिस टीम पर हमले में शहीद आठ पुलिसकर्मियों में से एक सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के पत्र को लेकर तत्कालीन एसएसपी और मौजूदा डीआइजी अनंत देव तिवारी जांच के घेरे में आ गए थे। पूरे प्रकरण की जांच एसआइटी को सौंपी गई थी। पिछले दिनों विशेष जांच दल ने अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपी थी, जिसमें डीआइजी अनंत देव के खिलाफ जांच की सिफारिश की गई है।

बता दें कि कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड में अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी) की जांच में करीब 80 अधिकारियों व कर्मियों को दोषी पाया गया है। एसआइटी ने करीब 3200 पन्नों की जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी है। रिपोर्ट में करीब 700 पन्ने मुख्य हैं, जिनमें दोषी पाए गए अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका के अलावा करीब 36 संस्तुतियां भी शामिल हैं। एसआइटी ने करीब 50 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मियों के अलावा आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों व कर्मियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की संस्तुति की है।


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