घाट पर उतरा देव लोक, असंख्य टिमटिमाते दीपों की जगमगाहट से फिकी पड़ी चांदनी
अश्वनी कुमार श्रीवास्तव
वाराणसी। देवलोक की दीपावली के रुप में प्रसिद्व काशी के गंगा घाट की देव दीपावली इस बार काशी के लोगों के लिए अविस्मरणिय बनी, पीएम नरेंद्र मोदी ने देव दीपावली महोत्सव का पहला दीप प्रज्जवलित कर इस आयोजन का शुभारम्भ किया।
खजुरी सभा के बाद प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर गंगा उस पार डोमरी स्थित भगवान अवधूत राम घाट शाम 4.25 पर पहुंचा जहां से पीएम क्रूज से विश्वानाथ मंदिर कारिडोर पहुंच कर बाबा विश्वनाथ की पूजा की और जल मार्ग से शाम 5.50 बजे राजघाट पहुंचे। शाम 6.20 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीप जलाकर देव दीपावली का शुभारंभ किया। इसके साथ ही शिव आराधना के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत भाषण से लोगों को देवदीपावली की शुभकामना दी। पीएम के दीप प्रज्जवलित के बाद अर्द्वचंद्राकार सात किलोमीटर में बसे गंगा के 84 घाटों पर दीप टिमटिमा उठा। दीपों की जगमगाहट की अविस्मरणिय छठा देख पीएम अभिभूत हुए।
राजघाट पर काशी के जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्तिक माह में काशी में गंगा नहान की चर्चा ठेठ बनारसी अंदाज में की। कहा कि, काशी जीवंत है, काशी की गलियां ऊजार्वान है। आज काशी गंगा तट पर प्रकाश गंगा का उत्सव मना रही है। काशी मां अन्नपूर्णा के आगमन की खुशी में मना रही है। देव दीपावली की साक्षी स्वंय महादेव बने हुए है। काशी की महिमा ही ऐसी है। काशी तो आत्म ज्ञान से प्रकाशित होती है। काशी पूरे विश्व को प्रकाश देने वाली है। हर युग में काशी ने विश्व का मार्ग दर्शन किया है। काशी के लोग भी देव स्वरूप है और काशी के 84 घाटों को देवता ही प्रज्ज्वलित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा मइया की जय, बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ की जय। नमो बुद्धाय सभी काशीवासियों को, सभी देशवासियों को कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली की हार्दिक शुभकामना। सभी को गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व की बहुत बहुत बधाई। डॉक्टर स्वेता ग्रुप आॅफ कम्पनी राजा घाट,फोक ड७ांस डॉक्टर ममता टण्डन ग्रुप आॅफ कम्पनी,कथक नृत्य प्रस्तुत करेगी,पाण्डेय घाट,डॉक्टर सुभ्रा वर्मा,यतार्थ क्रिएशन ग्रुप ,राजस्तानी नृत्य भूमर हनुमान घाट पर नजारा अद्भूत रहा। घाटों पर टिमटिमाते दीप माला के साक्षी बनने के बाद पीएम मोदी 7.35 मिनट पर गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
कातिकी पुनवासी क बधाई हव...
दीप प्रज्जवलित कर पीएम ने बनारसी भाषा में नारायण के विशेष महीना माने जाने वाले कार्तिक के लोग कार्तिकी पुनवासी कहेलें का बधाई दिया कहा कि ए पुनवासी पर डुबकी अउर दान पुण्य के महत्व रहल हे। केहु पंचगंगा, दशाश्वमेध ते अस्सीघाट पर डुबकी लगावत आयल हौ। ज्ञानवापी धर्मशाला त पटल रहत रहल। पं. रामकिंकर महाराज पूरी कार्तिक महीना बाबा के कथा सुनावत रहलें।
काशीवासी स्नान, ध्यान और दान में ही लगे हैं। काशी वैसे ही जीवंत है। काशी की गलियां वैसी ही ऊर्जा से भरी हैं। काशी के घाट वैसे ही दैदीप्यमान है। यही तो मेरी अविनाशी काशी है।
चोरी हुई अन्नपूर्णा मंदिर के लिए भी कहा कि जो मूर्ति काशी से चोरी हो गई थी, वो फिर वापस आ रही है। माता अन्नपूर्णाी एक बार फिर अपने घर लौट कर आ रहीं हैं। काशी के लिए यह सौभाग्य की बात है। हमारे देवी- देवताओं की प्राचीन मूर्तियां अमूल्य विरासत हैं। इतना प्रयास पहले किया गया होता तो न जाने कितनी मूर्तियां देश को काफी पहले मिल गई होंती। कहा अन्य लोगों ने अपने परिवार की विरासत को बचाने में रहा। हमारा प्रयास देश की विरासत बचाने का है। देशवासियों बताइए सही कर रहा हूं। यह सब आपके आशीर्वाद से हो रहा है।
पावन पथ पोर्टल का शुभारम्भ
राजघाट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी के महात्म्य से जुड़ी खबरों को देश दुनिया तक पहुंचाने वाले पावन पथ पोर्टल का बटन दबाकर शुभारम्भ किया। कहा कि इस पोर्टल का बेस काशी विश्वनाथ धाम से जुड़ा है।
पावन पथ वेबसाइट में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को केंद्र में रख कर सभी देवालयों के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें नौ दुर्गा, नौ गौरी, द्वादश ज्योतिर्लिंग, छप्पन विनायक, अष्ट भैरव समेत लगभग डेढ़ सौ देवालयों का इतिहास-भूगोल सहेजा गया है। इस पर काशी से जुड़े तीज-त्योहारों के बारे में भी बताया गया है। पीएम मोदी का यह तेइसवां काशी दौरा है। हालांकि वे देव दीपावली पर पहली बार काशी आए हैं। करीब एक घंटा राजघाट पर रहने के बाद वह क्रूज से गंगा के 84 घाटों की सतरंगी छठा देखने रवाना हो गए।
दो बार बंद रहा मालवीय पुल
प्रधानमंत्री के राजघाट पर दीप प्रज्जवलित कार्यक्रम के पूर्व और वहां उपस्थित रहने तक मालवीय पुल (राजघाट पुल) पर रेल व सड़क मार्ग को दो बार बंद कर दिया गया। इस दौरान कोई भी ट्रेन पुल से नहीं गुजरी। इसके लिए दिल्ली रेलवे मुख्यालय से मॉनीटरिंग होती रही। इसके साथ ही सड़क मार्ग पर भी कोई वाहन नहीं चला। पुल के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के जवान मुस्तैद रहे।
राजघाट पर प्रधानमंत्री मोदी के दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व वाराणसी के प्रभारी मंत्री आशुतोष टण्डन, काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, प्रदेश मंत्री गण डॉ नीलकंठ तिवारी,बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय विधान परिषद सदस्य, अशोक धवन, महानगर अध्यक्ष विद्या सागर राय, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, दर्शना सिंह, नागेंद्र रघुवंशी, संजय राय, राकेश त्रिवेदी, संतोष दास जी (सतुआ बाबा), क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, आलोक श्रीवास्तव संतोष सोलापुरकर, भाजपा नेता जयनाथ मिश्र आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
जैन घाट पर बनाया रंगोली कोरोना से बचने का संदेश
वाराणासी। भारत की परम्परा है कि रंगोली बनाकर अपने अतिथियों का स्वागत किया जाना। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की छात्राएं रौशनी यादव, मोनी गुप्ता,निष्ठा चैहान,आर्य मौर्य ने विभिन्न प्रकार की रंगोलियां,पुष्पों से भारत का मानचित्र आदि बनाते हुए कोरोना संक्रमण से बचने के लिए रंगोली बनाकर सन्देश दिया। ये रंगोली जैन घाट,अस्सी घाट,रीवा महल घाट आदि घाटों पर छात्राओं ने बनाया। जहाँ आकर्षण का केन्द्र बना रहा।
दशाश्चमेध घाट पर बना इंडिया गेट
पांच हजार दीपों से जगमग हुआ घाट
वीर शहीदों के परिजन हुए सम्मानित
वाराणसी। गंगा सेवा निधि द्वारा परंपरागत रूप से दशाश्वमेध घाट आयोजित आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव-दीपावली महोत्सव का आयोजन इस बार भव्य रुप से किया गया। इसी के साथ ही माह पर्यंत जलने वाले आकाश दीप का समापन भी हुआ।
दशाश्चमेध घाट को कश्मीर से मंगाए गए गुलाब के फूलों से सजाया गया था। पीएम के दीप प्रज्जवलित करने के बाद घाट पर पांच हजार दीप जल उठा। इसके साथ ही परंपरागत आरती की शुरूआत हुई जिसमें 21 अर्चकों समेत 42 रिद्धि सिद्धि के रूप में कन्याओं ने माँ गंगा की महा आरती की । इसके साथ ही शहीद परिवार के सहायतार्थ स्वरूप 51 हजार रुपये भी दिए गए।
कार्यक्रम का प्रारम्भ गणपति वंदना व देशभक्ति गीत से हुआ। गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्मृतिशेष पं0 सत्येन्द्र मिश्र जी को श्रद्धासुमन अर्पित करके किया गया। इस अवसर पर गंगा सेवा निधि के कोषाध्यक्ष आशिष तिवारी व इंदु शेखर शर्मा ने किया साथ ही संस्था के अध्यक्ष सुशांत मिश्र द्वारा अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र अर्पित कर अमर वीरों को नमन किया।
गंगोत्री सेवा समिति ने जलाएं दीप
मास्क और थर्मल स्केनिंग के बाद भक्तों को मिला प्रवेश
100 किलो विदेशी फूल संग 500 किलो फूल से भव्य सजावट
वाराणसी। कार्तिक पूर्णिमा यानी देव दीपावली पर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से अयोजित होने वाली महाआरती भव्य रुप से की गयी।
पांच हजार दीपो से पूरा घाट जगमग होता रहा। भव्य आयोजन की शुरूआत वैदिक परम्पराओं के अनुसार मंगला चरण के साथ शास्त्रोक्त विधि से पूजन के तदुपरांत 51 लीटर गाय के दूध से माँ गंगा के दुग्धाभिषेक किया गया। रिद्वी सिद्वी व अर्चकों के साथ आरती के साथ घाट की सजावट लोगों का मन मोह ली। संस्थापक बाबू महाराज ने लोगों को दीप दान का महत्व बताते हुए माह पर्यंत जलने वाले आकाश दीप का समापन भी किया।
जब मुग्ध हुए प्रधानमंत्री
राजघाट पर आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित के बाद कलाकारों की ओर से प्रस्तुत की गयी शिव स्तुति पर प्रधानमंत्री मंत्र मुग्ध हो गए। उनकी ऊंगलियां थिरकती रही प्रधानमंत्री के इस मुद्रा का वीडियो तत्काल वायरल हो गया।
एनडीआरएफ की 25 नाव व 120 बचावकर्मी तैनात
वाराणसी। सुरक्षा की दृष्टि से एनडीआरएफ की 5 टीमों को विभिन्न घाटों जैसे राजघाट, ललिता घाट, दशाश्वमेध घाट, रविदास घाट और नजदीकी घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा में गंगा नदी में तैनात किया गया। इसके अतिरिक्त एन डी आर एफ की एक टीम ने प्रधानमंत्री काफिले को गंगा यात्रा के दौरान डोमरी घाट से ललिता घाट, वहां से राज घाट और राजघाट से रविदास घाट तक सुरक्षा प्रदान की। इसके साथ एनडीआरएफ की वाटर एम्बुलेंस व मेडिकल टीम ने विभिन्न घाटों पर उपस्थित रहकर श्रद्धालुओं का निशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की।
एनडीआरएफ की पांच टीमें जिसमें 25 नावों और लगभग 120 बचावकर्मियों के साथ वाराणसी के प्रमुख घाटों पर तैनात रही। इन प्रत्येक टीमों में गोताखोर, पैरामेडिक्स, डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व अन्य बचाव उपकरणों के साथ देव दीपावली के कार्यक्रम के दौरान घाटों पर तैनात रहे। देव दीपावली के इस अदभुत नजारे को देखने के लिए देश-विदेश से हजारों लोग घाटों पर मौजूद रहे तथा किसी भी अप्रिय घटना से बचाव हेतू एनडीआरएफ के प्रशिक्षित बचावकर्मी घाटों पर मुस्तैदी से तैनात रहे।