दीपावली का शुभ मुहूर्त: प्रदोष व रात्रि व्यापिनी अमावस्या तिथि शनिवार, यहां जाने शुभ मुहूर्त



जनसंदेश न्यूज़

वाराणसी। हिंदू सनातन धर्म में दीपावली का त्योहार विशेष महत्व रखता है। यह त्योहार 14 नवंबर दिन शनिवार को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम लंकाधिपति रावण पर विजय प्राप्त कर उनका वध करके अयोध्या वापस लौटे थे। प्रभु श्री राम के अयोध्या आगमन पर घी के दीपक जला कर उनका स्वागत किया गया था। तभी से आज तक दीपावली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

दीपावली का शुभ मुहूर्त प्रदोष एवं रात्रि व्यापिनी अमावस्या में विशेष तीन मुहूर्त हैं। इस बारे में आचार्य डॉ. दिनेशचंद्र शुक्ल ने बताया कि दिवाली पर पूजा के तीन मुहुर्त विशेष हैं। इन विशेष मुहूर्तो में मां लक्ष्मी का आगमन विशेष रूप से होता है। जीवन में धन-धान्य ऐश्वर्य कि वृद्धि होती है। शेष रात्रि भोर में घर की महिलाएं परंपरा के अनुसार सूप बजाकर घर से दरिद्र को घर से बाहर निकाल कर ले जाती हैं और महालक्ष्मी का पदार्पण कराया जाता है।

1 . मध्यान्ह स्थिर कुंभ लग्न समय 12.36 से 2.09 तक

2. सर्वोत्तम मुहूर्त स्थिर वृष लग्न गोधूलि  सायंकाल 5.56 से 7.13 तक 

3. महानिशा पूजा रात्रि स्थिर सिंह लग्न 11.44 से 1.58 तक इन शुभ मुहूर्त में पूजा का विशेष प्रावधान है।


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