पत्थर खदान में टीपर से दबकर मुंशी की मौत, मचा हड़कंप
बिल्ली-मारकुंडी स्थित हुआ हादसा, खनन बंद
शशिकांत चौबे
सोनभद्र। स्थानीय बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र स्थित एक खदान में बुधवार को टीपर की चपेट में आने से एक मुंशी की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर लगते ही पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। साथ ही चल रही अन्य खदानों में खनन कार्य पूरी तरह से बंद हो गया।
बताया गया कि खदान में टीपर को पत्थर लादने के लिए खड़ा करा रहे 42 वर्षीय गिरीश पांडेय पुत्र राधेश्याम देव पांडे निवासी रेक्सहवां, डाला वाहन से दब गए। जिससे मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई। आनन-फानन में मौजूद लोगों ने तत्काल शव को वाहन में लादकर मौके से हटा दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को खदान संचालकों द्वारा गुमराह किया गया।
पुलिस को बताया गया कि उक्त की मौत खदान में नहीं बल्कि क्रशर अथवा कहीं रास्ते में हुई है। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गहरी खदान में टीपर से दबकर मौत हो जाने के बाद जिम्मेदारों द्वारा उनके शव को जिला अस्पताल के समीप पहुंचाकर छोड़ दिया गया। साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को न देकर मामले को छुपाने का पूरा प्रयास किया गया। हालांकि खदान में मौत होने की जानकारी मिलते हीथाना प्रभारी निरीक्षक शैलेश राय द्वारा उक्त खदान का निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही कराई गई।
बता दें कि पारेषण लाइन के ठीक नीचे चल रही उक्त खदान में सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है। खनन विभाग तथा खान सुरक्षा निदेशालय के अधिकारी वर्तमान समय में पूरी तरह से मनमाना रवैया अपना रहे हैं। उनके द्वारा खनन क्षेत्र में संचालित खदानों के निरीक्षण के नाम पर केवल खानापूर्ति की कार्यवाही की जा रही है। इसके चलते आए दिन हो रहे दुर्घटनाओं में मजदूरों अथवा अन्य को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। खनन विभाग तथा खान सुरक्षा निदेशालय द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया गया तो निश्चित रूप से खदानों में मौत का सिलसिला जारी रहेगा। दूसरी ओर पुलिस हादसे में शामिल टीपर को कब्जे में लेकर थाने में खड़ा करा ते हुए देर शाम मृतक की पत्नी अंजू की तहरीर पर अज्ञात टीपर चालक के विरूद्ध संगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रीम कार्रवाई में जुट गई है।