अबकी वीवीआईपी का भाषण कम दृश्यावलोकन ज्यादा, देव दीपावली में राजघाट पर होगा पीएम समेत अतिविशिष्टों का जमावड़ा

राज्यपाल, सीएम वगैैरह क्रूज से घाटों को नजारा लेते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे 

पर्यटन विभाग की ओर से गंगातट के आर-पार जलाए जाएंगे कुल 11 लाख दीपक

गंगापार रेती पर अस्सीघाट से लेकर राजघाट तक इस बार अधिक ज्यादा जगमगाहट

मोदी और योगी 29 नवंबर को सारनाथ में देख सकते हैं लाइट एंड साउंड शो



सुरोजीत चैटर्जी

वाराणसी। महापर्व का स्वरूप ले चुके काशी की विश्वविख्यात देव दीपावली के अवसर पर बीते साल की तरह इस बार भी देश-प्रदेश के अति विशिष्ट लोगों के लिए मुख्य कार्यक्रम गंगा किनारे राजघाट पर आयोजित होगा। 30 नवंबर को होने वाले इस आयोजन में भाषण कम और लाखों दीपों से रोशन हुए घाटों की अद्भुत छठा बिखरने वाले नजारे के दृष्यावलोकन पर अधिक जोर रहेगा। अबकी अस्सी से लेकर राजघाट के बीच गंगापार अधिक संख्या में दीप जलाएंगे। गंगातट के घाटों और उस पार रेती पर कुल मिलाकर लगभग 11 लीख दीप जलाने की तैयारी है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बार देवदीपावली कार्यक्रम को अत्यंत भव्य ढंग से आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। उसमें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समेत मुख्यमंत्री के शामिल होने की पूरी संभावना पहले ही व्यक्त की जा चुकी है। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आगमन हुआ तो न सिर्फ पूरा आयोजन बेहद खास हो जाएगा बल्कि विश्व स्तर पर कार्यक्रम को और अधिक महत्व मिलेगा।

इसके लिए वर्तमान में चल रही तैयारियों को मानें तो राजघाट पर आयोजित होने वाले देवदीपावली कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराने वाले वीवीआई को क्रूज से घाटों के नजारा दिखाते हुए लाएंगे। इसके लिए राजघाट में बनाए जाने वाले मंच पर अति विशिष्ट लोगों के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की अवधि काफी कम समय की होगी। दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुरुआत तो करेंगे वीवीआईपी के संबोधन कम ही होंगे। ताकि आमंत्रित मेहमानों समेत अन्य सभी लोग राजघाट से लेकर अस्सी घाट तक दिखने वाले देवदीपावली के दृष्य का आनंद उठा सकें।



गत दिनों जनपद के दौरे पर आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार देवदीपावली में गंगापार रेती पर अपेक्षाकृत अधिक संख्या में दीप जलाने और बिजली के झालर सजाने समेत शहर के सभी चौराहों को रंगीन रोशनी से जगमगाने के निर्देश दिये थे। उसी क्रम में इस प्रकार की तैयारी रहेगी। पर्यटन विभाग की ओर से बीते साल देवदीपावली पर लगभग पांच लाख दीपक बांटे गये थे लेकिन इस बार गंगातट के घाटों के लिए छह लाख और अस्सी से राजघाट के सामने गंगापार रेती पर सजावट के लिए पांच लाख दीपक और विद्युत झालरों की व्यवस्था की जाएगी। यह दीपक महकमे की ओर से विभिन्न संस्था-संगठनों को वितरित किये जाएंगे।

नगरीय क्षेत्र के चौराहों पर बिजली के झालरों की सजावट की जिम्मेदारी नगर निगम संभालेगा। हालांकि शासन स्तर से बजट जारी होने पर ही यह सब इंतजाम होंगे। वहीं, संभावना है कि पीएम मोदी और सीएम योगी 29 नवंबर को सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो भी देखेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत दिनों इस परियोजना को लोकार्पित किया है।



 विभागों को सौंपी तैयारी की जिम्मेदारी: डीएम

वाराणसी। डीएम कौशल राज शर्मा ने ररिवार को बताया है कि आगामी 30 नवंबर को देवदीपावली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन संभावित है। उनके इस दौरे के बारे में प्रदेश सरकार से जानकारी दी है जिसे देखते हुए जिला प्रशासन संबंधित तैयारियों में जुट गया है। श्री शर्मा ने कहा है कि यदि पीएम का आगमन हुआ तो वह सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो और देवदीपावली कार्यक्रम देखने जा सकते हैं। इसके अलावा उनके काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के भ्रमण की संभावना भी है। दौरे में वह एनएचएआई की एक परियोजना का लोकार्पण कर सकते हैं। प्रधानमंत्री घाट के सामने गंगा में बजड़े से देवदीपावली कार्यक्रम देख सकते हैं। इसलिए गंगा में साफ-सफाई, गंगा पार रेती पर प्रकाश व्यवस्था आदि की जिम्मेदारी संबंधित विभागों को दी जा रही है। महकमों को अपने-अपने स्तर पर तैयारी के निर्देश दिये गये हैं।


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