बीटीसी डीएलएड परीक्षा में करोड़ों की अवैध वसूली, प्रशिक्षुओं से तीन से पांच हजार रुपये का रेट फिक्स
अजय सिंह उर्फ राजू
गाजीपुर। बीटीसी डीएलएड परीक्षा को लेकर प्रशिक्षुओं से अवैध वसूली का कार्य शुरू हो गया है। कालेज संचालक परीक्षा में नकल कराने के लिए पूरा जोर लगा दिए है। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय द्वारा परीक्षा केंद्र निर्धारण में काफी अनियमितता की गई है। मुख्यालय से 30 से 40 किमी दूर अधिकतर वित्तविहीन कालेजो को केंद्र बनाया गया है। जिसका फायदा उठाने के लिए शिक्षा माफियाओं ने अपना जाल फैला दिया है। हालांकि, डीएम एमपी सिंह ने परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की शिकायत पर सीधे कार्रवाई करने की बात कह चुके है। जिसे लेकर मजिस्ट्रेट और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की सभी परीक्षा केंद्र पर तैनाती की गई है।
बीटीसी प्रशिक्षण 2013, 2014, 2015 एवं डीएलएड प्रशिक्षण 2017-18 (अवशेष ध्अनुत्तीर्ण ) प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा चल रही है। जिसके लिए 57 केंद्र बनाए गए है, उनमें 33 केंद्र वित्तविहीन को शामिल किया गया है। जिनमें से कुछ मुख्यालय से 30 से 40 किमी दूर स्थापित है। वहीं ज्यादातर नकल के लिए बदनाम कालेज है। परीक्षा 5,6,7 तथा 9, 10,11 नवंबर को आयोजित है। जिसमें कुल 18 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक कालेज संचालक प्रस्तावित केंद्रो के प्रबंधकों से सपर्क बनाना शुरू कर दिया है। वह केंद्रो पर अपने कालेज के आवंटित छात्रों को नकल कराने की पैरवी कर रहें है। परीक्षार्थियों से प्रवेश पत्र के दौरान ही अवैध वसूली का कार्य किया जा रहा है। एक परीक्षार्थी ने नाम न बताने के शर्त पर बताया कि कालेज संचालकों द्वारा चार से पांच हजार रूपया मांगा जा रहा है। हालांकि, शिक्षा माफिया नकल कराने में सफल हो पाएंगे या नहीं परीक्षा शुरू होने पर ही पता चल सकता है। लेकिन उन्होंने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इधर डीएम एमपी सिंह ने परीक्षा में नकल की शिकायत आने पर कड़ी कार्रवाई की बात कह चुके है। परीक्षा के दौरान मजिस्ट्रेट और स्टेटिक मजिस्ट्रेट पर भी काफी निर्भर करता है कि कितना सतर्क है।
नकलविहीन परीक्षा को लेकर डायट प्राचार्य सख्त
गाजीपुर। डायट प्राचार्य सोमारू प्रधान ने कहा कि लिए सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट और केंद्र व्यवस्थापको की डीएलएड परीक्षा को लेकर बैठक किया गया। जिसमें जिलाधिकारी के निर्देश पर बता दिया गया है कि नकलविहीन परीक्षा कराना विभाग की जिम्मेदारी है। केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया गया कि परीक्षा में नकल जैसी किसी शिकायत पर उनके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा के दौरान कोई कागजात सहित मोबाइल लेकर जाने की अनुमति नहीं है।