मीरजापुर व सोनभद्र को 5,555 करोड़ की 23 योजनाओं की सौगात, कोरोनाकाल में भी यूपी ने विकास की रफ्तार धीमी नहीं होने दी: पीएम मोदी

 ० पीएम बोले- प्रवासियों को घर पहुंचाने के साथ-साथ उनको रोजगार देने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम को बधाई दी

० हर घर नल योजना से सोनभद्र और मिर्जापुर जिले के तीन हजार गांवों के 41 लाख लोगों को अब सीधे नल से मिलेगा पानी


संजय दुबे

मीरजापुर/सोनभद्र। पीएम नरेंद्र मोदी ने मिर्जापुर और सोनभद्र में 5555.38 करोड़ की लागत से पेयजल सप्लाई परियोजनाओं का लोकार्पण किया। यूपी जल जीवन मिशन के तहत पेयजल से जुड़ी कुल 23 परियोजनाओं से का दोनों जिलों में 41 लाख से ज्‍यादा ग्रामीणों को साफ पेयजल उपलब्ध होगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी सरकार ने कोरोना काल के दौरान भी विकास कार्यों की रफ्तार धीमी नहीं होने दी, यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है। प्रवासियों को घर पहुंचाने के साथ-साथ उनको रोजगार उपलब्ध कराया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांवों की जल और स्वच्छता समिति के सदस्यों के साथ बातचीत भी की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीरजापुर से पहले सोनभद्र के चतरा ब्लॉक के करमांव गांव में पीएम मोदी के साथ वर्चुली रूप से कार्यक्रम में शामिल हुए। मीरजापुर के 1606 गांवों में हर घर नल योजना के अंतर्गत पाइप के माध्यम से पेयजल की सप्लाई  की जाएगी। इससे मिर्जापुर के 2187980 ग्रामीणों को सीधा फायदा मिलेगा। सोनभद्र के 1389 गांवों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। सोनभद्र के गांवों में 19,53,458 ग्रामीणों को साफ पेयजल की सप्‍लाई की जाएगी। इस पेयजल परियोजना की कुल अनुमानित लागत 5555.38 करोड़ है। जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना को दो साल में पूरा कर गांवों में पानी की सप्‍लाई शुरू कर दी जाएगी।

प्रधानमंत्री ने पेयजल योजनाओं के लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम को बधाई दी और कहा कि जल जीवन मिशन एक महत्वाकांक्षी योजना है। इससे जल प्रबंधन और रखरखाव बढ़ेगा। मिर्जापुर सौर उर्जा का केंद्र बन रहा है। यहां की जल समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उससे साफ पता चलता है कि सरकार सिर्फ लोगों की परेशानियों को समझती ही नहीं, बल्कि उसे दूर करने का काम भी करती है। उन्होंने कोरोना काल में यूपी सरकार के विकास कार्यों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 5555 करोड़ रुपए की हर घर नल योजना से तीन हजार गांवों के 41 लाख लोगों को सीधे नल से पानी मिलेगा, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। सोन, गंगा, बेलन, कर्मनाशा और शिप्रा जैसी नदियां होने के बाद भी बुंदेलखंड सूखा प्रभावित रहा है। पानी की कमी के चलते यहां से पलायन भी हुआ। यूपी सरकार ने बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के हर घर तक नल से पानी पहुंचाने का काम शुरू किया है, जो बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने सोनभद्र जिले की 14 और मिर्जापुर जिले की नौ पेयजल परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस योजना से बुंदेलखंड के सूखाग्रस्त इलाकों में रहने वाले लोगों को सीधे नल से पानी मिलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इंसेफेलाइटिस पर जो काबू पाया है, वह बहुत ही सराहनीय है। विशेषज्ञ भी सरकार की प्रयासों की तारीफ कर रहे हैं। सरकार को मासूम बच्चों के परिवारीजनों से जो आशीर्वाद मिल रहा है, उसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है।

 

विंध्य क्षेत्र के लिए आज बड़े उत्सव का दिन: मुख्यमंत्री

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के 70-72 वर्षों में विंध्य क्षेत्र के महज 398 गांवों में ही पेयजल की सुविधा मिल सकी है। आज एक साथ करीब 3,000 गांवों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए काम शुरू हो रहा है, यह ऐतिहासिक है। आज का दिन विंध्य क्षेत्र के लिए किसी दीपावली, विजयादशमी और छठ जैसे पर्व से कम नहीं है। शुद्ध पेयजल का अर्थ है, बीमारियों से मुक्ति और आज सोनभद्र और मिर्जापुर जनपद के 3,000 गांवों के लोगों को बीमारियों से मुक्ति देने का शिलान्यास हो रहा है। अगले डेढ़-दो वर्ष में इस क्षेत्र मं। पेयजल की समस्या का अंत हो जाएगा। 1917 में निर्मित सोनभद्र का धनरौल डैम प्रचुर जलराशि से सम्पन्न है। अब तक इसका प्रयोग केवल सिंचाई में होता था, अब शोधन कर हम इसे पेयजल का माध्यम भी बना रहे हैं।

योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'सबका साथ-सबका विकास' का जो मंत्र 2014 में लिया था, आज केंद्र और राज्य की सरकारें उसे चरितार्थ कर रही हैं। विकास सबका-तुष्टीकरण किसी का नहीं, यह हमारा सूत्र है। आज सरकार बिना भेदभाव विकास करती है। जनता का हित ही देश और प्रदेश का हित है।

आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी परियोजना विंध्य क्षेत्र में शुरू हो रही है। यह क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। पर्यटन विकास की असीम संभावनाओं को देखते हुए यहां हवाई पट्टी का विस्तार हो रहा है। सोनभद्र में योगिराज मत्स्येंद्रनाथ जी की साधनास्थली का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि हजारों वर्षों से यह साधना स्थली लोगों में चेतना जागृत करने का केंद्र है। उन्होंने कहा कि सोनभद्र जिला प्रशासन यहां की खूबियों पर एक कॉफी टेबल बुक तैयार कर रहा है। हम अपनी हर छोटी-बड़ी खूबियों की ब्रान्डिंग करेंगे, यह रोजगार सृजन का भी आधार बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनभद्र जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है। अगर इसे जनजातियों की उत्पत्ति का स्थल कहें, तो गलत नहीं होगा। राज्य सरकार जनजाति जनों के सर्वांगीण विकास के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। पीएम आवास, मुख्यमंत्री आवास, आयुष्मान भारत जैसे प्रयासों ने लोगों का जीवन सुलभ किया है।

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