सदर सीट पर उपचुनाव में टिकट को लेकर सरगर्मी, अभी असमंजस बरकरार दावेदारों की सभी दलों में लम्बी कतार
गौरीबाजार, देवरिया। सदर विधानसभा उपचुनाव मे सिर्फ बसपा को छोड़कर अन्य पार्टियां भाजपा, सपा और कांग्रेस ने अभी अपने - अपने पत्ते नही खोले हैं। इस उप चुनाव में बसपा ने अपने पिछले उम्मीदवार अभयनाथ त्रिपाठी पर विश्वास जताया है। पर अभी तक अन्य दलों द्वारा अपना उम्मीदार घोषित न करना हर गांव-गली और चौराहे पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
सदर सीट से विधायक रहे जन्मेजय सिंह के निधन के बाद देवरिया सदर सीट पर होने वाले उपचुनाव में राजनीतिक गलियारों में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई हैं। इस सदर सीट पर होने वाले उपचुनाव में पार्टियां कोई भी कसर नही छोड़ना चाहती हैं। इसलिए सभी राजनीतिक दल एक दूसरे उम्मीदवारों की घोषणा होने का इंतजार कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी इस बार उपचुनाव में सदर सीट पर चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर नेतृत्व मंथन कर रहा है, सदर सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस की अपने उम्मीदवार को चुनावी समर में उतारने के पहले नजरें बीजेपी के उम्मीदवार घोषित होने पर टिकी हुई है। विधानसभा चुनाव में 337 देवरिया सदर सीट से लगातार दो बार भाजपा के टिकट पर स्वर्गीय जन्मेजय सिंह चुनाव जीतने में सफल रहे थे।
इस बार के उपचुनाव में भाजपा से टिकट के लिए प्रमुख दावेदारों में स्वर्गीय जन्मेजय सिंह के पुत्र अजय कुमार सिंह उर्फ पिंटू सिंह, पूर्व विधायक प्रमोद सिंह, दिवाकर मिश्र, डॉ माहेश्वर सिंह, पूर्व विधायक रविंद्र प्रताप मल्ल, डॉ सत्य प्रकाश मणि, डॉ अजय मणि त्रिपाठी, राधेश्याम शुक्ला, भूपेंद्र सिंह, सज्जन मणि, संजय सिंह सैथवार सहित अनेक दावेदार टिकट मिलने की आस लगाए हुए हैं। अब देखना यह है कि देवरिया सदर 337 विधानसभा से बीजेपी किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। यह आने वाला वक्त ही गवाह बनेगा।
समाजवादी पार्टी में भी टिकट को लेकर नेताओं में सरगर्मियां बढ़ गई है। टिकट के दावेदारों में प्रमुख रूप से पूर्व में प्रत्याशी रहे जेपी जायसवाल, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष तेज प्रताप जायसवाल, पूर्व ब्लाक प्रमुख विजय प्रताप यादव, रामप्रकाश यादव, राजेश यादव, व्यास यादव, हृदयनारायण जायसवाल सहित अन्य नेता भी लाइन में लगे हुए हैं। लेकिन सपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता जूही सिंह के देवरिया आगमन पर उनका जोरशोर से स्वागत कर विजय प्रताप मणि उर्फ डब्लू मणि त्रिपाठी ने राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी है। पर उन्होंने यह भी कहा है कि हमने अभी किसी पार्टी की सदस्यता नही ली है। अगर कोई पार्टी टिकट नही देती है तो हम निर्दल ही चुनाव मैदान में उतरेंगे।
कांग्रेस पार्टी में भी इस उप चुनाव में टिकट के दावेदारों में प्रमुख रूप से यवक कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष नागेन्द्र शुक्ला, मुकुंद भाष्कर मणि, पूर्व जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह, शाकिर अली, वरुण राय सहित अन्य नेता अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
इस उप चुनाव में छोटे क्षेत्रीय दलों के साथ-साथ निर्दल प्रत्याशी भी चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने को तैयार बैठे हुए हैं। भारतीय सर्वजन पार्टी ने मुनीब प्रसाद अम्बेडकर को अपना उम्मीदवार घोषित भी कर दिया है।
देवरिया सदर सीट पर उपचुनाव में जीत के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां क्या रणनीति अपनाती हैं टिकट के सभी दावेदारों में किसे अपना उम्मीदवार बनाती हैं यही देखना दिलचस्प होगा। इस चुनावी समर में ऊँट किस करवट बैठेगा। जीत का सेहरा किसके सिर पर चढ़ेगा। यह आने वाला समय ही बता पायेगा।