दबंगों ने मुसहर बस्ती के गरीबों का उजाड़ दिया आशियाना, पहुंची पुलिस तो भागे
जनसंदेश न्यूज़
उतरांव/प्रयागराज। एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार वनवासियों मुसहरों को हर तरह से लाभ दिया जाता है तथा सरकार द्वारा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि इन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो। वही सराय ममरेज थाना क्षेत्र के मोहिद्दीन पुर में 100 साल से बस्ती में रह रहे वनवासियों पर दबंगों ने कहर ढाह दिया।
दबंगों ने वनवासियों के रखे छप्पर को ढहा कर उनका आशियाना उजाड़ दिया तथा जमीन पर जबरन कब्जा करने की नियत से बेघर करने की ठान ली थी। वही मुसहर का कुनबा सराय ममरेज थाना पहुंचकर अपने न्याय की गुहार लगाई तो मौके पर पहुंची पुलिस ने दबंगों को खदेड़ा। 18 सितंबर 2017 को देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि आदिवासी व मुसहर समाज का देश में महान भूमिका रहा है। इनके द्वारा आजादी की जंग में अहम भूमिका निभाई है। 10 नवंबर 2018 को मोदी ने आदिवासियों को अपना भाई कहा था।
एक तरफ प्रधानमंत्री आदिवासियों को भाई बना रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के भाई को दबंग खदेड़ रहा हैं। वनवासी समाज को देश की मिनिस्ट्री में लाने के लिए सरकार की जिम्मेदारी होती है कि उन्हें मकान जमीन बिजली शिक्षा रोजगार मुहैया कराए सरकार अपनी जिम्मेदारियों को समझें और उसका पालन करें। वहीं दबंगों के कहर से मोहिद्दीन पुर में बसा गरीब कुनबा सहम गया।दबंगों के इस कारनामे से पूरे गांव में आक्रोश व्याप्त हैं।
एक दशक से रह रहे बस्ती में गरीब कुनबे जमीन की लालच में दबंगों ने उन्हें घर से बेघर की नियत बनाई थी। जबकि वनवासियों का प्रधानमंत्री आवास भी बनाया गया हैं। क्या ये इंसान नहीं है सिर्फ इनका यह कसूर हैं कि ये गरीब है। पीड़ितों ने जिलाधिकारी प्रयागराज को प्राथना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। गरीब कुनबा परिवार मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही।गांव की आशा देवी,उर्मिला, फुलवारी, रीता, सीमा, सावित्री, लगड़ी आदि ने दबंगो के खिलाफ हाथ उठाकर प्रदर्शन करते हुए आक्रोश जताया।