जन्म प्रमाण पत्र बनाने हेतु रिश्वत ना देने पर सचिव ने कागजात फाड़े, दी जाति सूचक गालियां

पीड़ित ने एसपी से की कार्रवाई की मांग

लाभार्थी ग्रामीणों का सचिव कर रहें शोषण





संजय सिंह कुशवाहा

कठवामोड़/गाजीपुर। यूपी सरकार में भ्रष्टाचार और रिश्वत मांगने का खेल रूकने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार के मातहत अफसरों के शिकार अधिकतर गरीब हो रहे है। खासकर ग्राम पंचायतों में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अधिकतर आरोप लगते आ रहें है। सरकार की योजनाओं से लाभ लेने के लिए ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

गांव में नियुक्त अधिकारी एव कर्मचारी द्वारा इनका रिश्वत के नाम पर शोषण किया जा रहा है। ऐसे ही एक मामले में मुहम्मदाबाद विकास खण्ड के चक कमरौरा निवासी एक युवक ने ग्राम सभा सचिव के खिलाफ रिश्वत मांगने का आरोप लगाया । पीड़ित रमेश कुमार ने पुलिस अधीक्षक से सोमवार को लिखित शिकायत किया है।  

चक कमरौरा निवासी रमेश कुमार ने एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए गांव की सचिव ज्योति सिंह को 30 सितंबर को अपने सभी जरूरी कागजात दिया था। जिसका अवलोकन करने के बाद जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सचिव द्वारा 200 रुपये की मांग किया गया। मैंने उनसे अपनी गरीबी की दुहाई देते हुए कहा कि मेरे पास पैसा नहीं है, मेरा प्रमाण पत्र दे दीजिए। 

लेकिन ग्राम विकास अधिकारी पैसा न मिलने पर मेरे सामने सभी कागजात फाड़ दिया। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि इस दौरान उनके पति भी मौजूद थे। दोनों ने मुझे भद्दी-भद्दी जाति सूचक गालियां देते हुए धक्का देकर ब्लाक से भगा दिया। पीड़ित ने एसपी से मांग किया कि सचिव और उनके पति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। वहीं पीड़ित काफी दिनों से संबंधित अधिकारियों के यहां गुहार लगा रहा है, लेकिन अभी तक कही सुनवाई नहीं हो पाई है।




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