सामुदायिक शौचालय निर्माण में मानक की उड़ी धज्जियां, प्रधान प्रतिनिधि करा रहे कार्य, घटिया सामग्री का प्रयोग
अजय सिंह उर्फ राजू
मरदह/गाजीपुर। योगी सरकार की महात्वाकांक्षी योजना सामुदायिक शौचालयों के निर्माण में लगातार मानक की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से ठेकेदार घटिया सामग्री का उपयोग कर रहा है। जबकि डीएम एमपी सिंह ने बैठक के दौरान सभी ग्राम पंचायतों के संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिया था कि शौचालय निर्माण में लापरवाही पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन बेखौफ ग्राम पंचायत सचिव अपनी आदत से बाज नहीं आ रहें है।
बिरनो विकास खंड स्थित गहिली बसारिखपुर गांव में सामुदायिक शौचालय निर्माण में जमकर घटिया सामग्री प्रयोग किया जा रहा है। जिसकी लिखित शिकायत ग्रामीणों ने ब्लाक मुख्यालय पर किया था। शिकायताकर्ता का आरोप है कि ग्राम पंचायत में मानक के विपरित कार्य कराया जा रहा है। निर्माण कार्य खुद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि करा रहे हैं।
सामुदायिक शौचालय निर्माण में घटिया स्तर के सफेद बालू,सीमेन्ट, तीन नंबर का ईट प्रयोग किया जा रहा है। निर्माण कार्य के दौरान बनाएं गये नींव में कहीं भी छड़ का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। शौचालय को पोखरी-नाले के समीप बनाया जा रहा है। जिसमें पीलर की आवश्यकता होती है,लेकिन कहीं भी पीलर का निर्माण नहीं कराया गया है।
गांव निवासी केदार सिंह, राहुल राजभर, नागेन्द्र यादव, धनपाल वर्मा आदि का कहना है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती तो निर्माण कार्य अनियमितता को उच्चधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। इसके साथ ही आंदोलन के लिए भी मजबूर होंगे।
इस संबंध में जेई आर.के.रंजन ने बताया कि जानकारी पर मिलने पर औचक निरीक्षण किया गया है। सामग्री सहित जो भी कार्य मानक के विपरीत है उन्हें नए सिरे से मानक के हिसाब से कार्य करने को कहा गया है। ऐसा न करने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई को चेताया हैं।