सेक्स पावर बढ़ाती है गोरखमुंडी, जानिए इसके सेवन का तरीका और फायदा

 पेट के कीड़े, अपच, पीलिया के इलाज में भी कारगर

जनसंदेश डेस्क

अगर आप सेक्स पावर बढ़ना चाहते हैं तो सुगंधित जड़ी बूटी गोरखमुंडी (Gorakhmundi) रामबाण साबित हो सकती है। दक्षिणी भारत में यह यह औषधि प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। गोरखमुंडी की बढ़वार बारिश में होती है और सर्दियां आते ही इसमें फूल और फल लगते हैं। गोरखमुंडी के पौधे में मधुमेह, बुखार, खांसी से बचाने की क्षमता होती है। पेट के कीड़े, अपच, पीलिया के इलाज में भी यह कारगर है।

गोरखमुंडी का इस्तेमाल आमतौर पर यौन शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है। गोरखमुंडी की पत्तियों और इसकी जड़ों को रात में गाय के दूध के साथ सेवन करने से यौन शक्ति बढ़ सकती है। पाउडर का नियमित उपयोग यौन शक्ति को मजबूत बना सकता है। कान, नाक और गले के विकार और आंख संबंधी विकारों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।  कुछ समय तक इसकासेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ सकती है। गोरखमुंडी के तीन-चार ताजे फूल लें और इसे दो चम्मच तिल के तेल में मिलाएं। नियमित सेवन आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करेगा। साथ ही आंखों की लालिमा से भी छुटकारा दिलाएगा।

कुष्ठ रोग से छुटकारा पाने के लिए गोरखमुंडी का चूर्ण, नीम की छाल का चूर्ण लें और काढ़ा तैयार करें। इस काढ़े को सुबह और शाम को पीने से कुष्ठ रोग ठीक हो जाता है। महिलाओं को योनि में दर्द, खुजली या फोड़े-फुंसियों को दूर करने में मददगार होता है। इसके बीजों को बराबर मात्रा में चीनी के साथ पीसकर ठंडे पानी के साथ दिन में एक बार सेवन करें। बावासीर के इलाज के लिए गोरखमुंडी का तना और जड़ लेकर इसे सुखा लें और इसका पाउडर बना लें। हर दिन मट्ठे के साथ एक चम्मच चूर्ण का सेवन करेंबवासीर पूरी तरह समाप्त हो जाता है।



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