रामलीला की जमीन पर दबंगों के अवैध कब्जे पर चला प्रशासन का बुलडोजर
दबंगो पर हो कठोर कार्रवाई: रामलीला कमेटी
अजय सिंह उर्फ राजू
गाजीपुर। अति प्राचीन रामलीला कमेटी ‘हरिशंकरी’ के लंका स्थित भूखंड पर एक सप्ताह पूर्व दबंगों द्वारा कब्जा किए गए जमीन पर रविवार को जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर खाली कराया। इस दौरान नायाब तहसीलदार सदर अभिषेक सिंह और पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी से अवैध रूप से किए गए पक्के निर्माण को ध्वस्त किया गया।
गौरतलब है कि, सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित अति प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकर के लंका स्थित भूखंड पर एक सप्ताह पूर्व दबंगों द्वारा जमीन कब्जा करने की मंशा से पक्के निर्माण कराया जा रहा था। जिसकी शिकायत कमेटी के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन से किया। कमेटी की शिकायत को प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए अवैध कब्जे को हटाने का आदेश दिया।
इसी के तहत रविवार को जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर खाली कराया। कमेटी अध्यक्ष दीना नाथ गुप्ता ने बताया कि रामलीला चार नम्बर गेट के पश्चिम तरफ कमेटी के भूखंड पर दबंगो की नीयत खराब है। वें बार बार अतिक्रमण करके उसपर टेम्प्रोरी टेंट और शेड लगा लेते हैं, कमेटी के लोग जब शिकायत करते हैं तो जिला प्रशासन उसे हटा देता है लेकिन भूमाफिया और दबंग नियत के लोग जो वहीं रहते हैं। वह बिना प्रशासन से डरे फिर कब्जा करने की जुगत में लग जाते हैं।
अभी हाल में जब कोरोना लगा हुआ था तो दबंगो ने उसी जमीन पर कब्जा किया। जिसे तत्कालीन जिलाधिकारी के आदेश पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रभास कुमार ने जेसीबी से तुड़वाया था और अब फिर दो महीने बाद दबंगो ने रामलीला की दीवार से शेड बनाकर दर्जनों मवेशी बांधकर दूध बेचने का कार्य करने लगे। इतना ही नहीं पक्का निर्माण शुरू कर दिए। कमेटी सदस्य जिलाधिकारी एमपी सिंह और एसडीएम प्रभास कुमार से फिर मिलकर कब्जे की बात बताई, लेकिन मनबढ़ दबंग पक्का निर्माण करते हुए छत भी डाल दिए, जिसकी बार बार शिकायत पर रविवार को जिला प्रशासन ने फिलहाल अवैध निर्माण तो गिरवा दिया है। लेकिन अभी भी दबंगो का सारा सामान और मवेशी वहीं है।
कमेटी का कहना है कि जब तक दबंगो के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई नहीं होगी, तबतक वें नहीं मानेंगे। इस मामले में ओमप्रकाश तिवारी उर्फ बच्चा तिवारी ने दूरभाष पर बताया है कि जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण हटाया इसके लिए वो साधुवाद के पात्र हैं, इस मामले में जिला प्रशासन को कमेटी ने सारे कागजात वगैरह सौप दिए हैं और कमेटी ये चाहती है कि जिला प्रशासन उक्त जमीन को घेराबंदी कर गेट से बंद करने में अति प्राचीन रामलीला कमेटी का सहयोग करें। जिससे सामाजिक और सांस्कृतिक शहरी धरोहर भूमाफियाओं की बुरी निगाहों से बची रहे।