एडेड छोड़ वित्तविहीन कालेजों को बना दिया परीक्षा केन्द्र, इरादा कहीं नकल कराना तो नहीं!

डीएलएड परीक्षा केंद्र निर्धारण में शासनादेश की उड़ी धज्जियां

30 से 40 किमी दूर परीक्षा सेंटर का हुआ आवंटन 



अजय सिंह उर्फ राजू

गाजीपुर। डीएलएड परीक्षा केंद्र निर्धारण में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय ने घोर अनियमितता की है। जिला मुख्यालय छोड़ 30 से 40  किमी दूर तक केंद्र बनाए है। जबकि मुख्यालय के करीब बहुत से ऐसे कालेज है जो सभी मानको पर खरे है। लेकिन इन कालेजों को केंद्र  बनाने से वंचित किया गया है। वहीं वित्तविहीन कालेजों को केंद्र बना दिया गया है, जिसमें कई नकल के लिए बदनाम कालेज भी शामिल है। ऐसे में परीक्षा के दौरान छात्रों से अवैध वसूली पर रोक लगाना मुश्किल है।    

डीएलएड (बीटीसी) प्रशिक्षण द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा 30 नवंबर से होने वाली है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय द्वारा परीक्षा को लेकर 57 केंद्र बनाए गए है। जिसमें 24 राजकीय एवं एडेड और 33 वित्तविहीन कालेजों को परीक्षा केंद्र बनाया है। कार्यालय ने केद्र निर्धारण में दूरी का ध्यान नहीं रखा है। जबकि विभागीय सूत्रों के अनुसार शासनादेश में साफ है कि मुख्यालय के करीब कालेजों को ही केंद्र बनाया जाए। जहां आवागमन की सुविधा हो। लेकिन तीस से चालिस किमी दूरी पर केंद्र बनाए जाने से डीएलएड परिक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

परीक्षा केंद्रो में मऊ जिले से सटे कालेजों के साथ- साथ जखनियां तक के कालेज को भी केंद्र बना दिया गया है। वित्तविहीन कालेजों पर परीक्षा के दौरान छात्रों से अवैध वसूली की शिकायत होती रहती है। ऐसे में विभाग को अधिक से अधिक एडेड व राजकीय कालेजों को केंद्र बनाना की जरूरत थी। जिससे परीक्षा में नकल पर अंकुश तथा अवैध वसूली पर रोक लगाया जा सके। हालांकि, जिला मुख्यालय से करीब राजकीय एवं  एडेड कालेजों पर सभी संसाधनो की उपलब्धता है ,जहां प्रतियोगी परीक्षा आयोजित होती रहती है। लेकिन डीआईओएस कार्यालय ने इन कालेजों को यह दिखाकर केंद्र से वंचित कर दिया कि इन्होंने परीक्षा कराने में अपनी सहमति नहीं दिए है। वहीं कुछ एडेड कालेजों को यह दिखाकर केंद्र से वंचित कर दिया कि यहां संसाधन की अनुपलब्धता तथा कक्ष संख्या सहित स्टाफ की कमी है। वहीं विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस केंद्र निर्धारण में खेल किया गया है। 

यूपी बोर्ड व प्रतियोगी परीक्षा में बनते है केंद्र 

गाजीपुर। डीएलएड परीक्षा केंद्रों में आदर्श इ.का. महुआबाग, राजकीय बालिका इ.का. मुहम्मदाबाद, अजीमिया इस्लामिया इ.का., शिवकुमार शास्त्री इ.का. जंगीपुर, जयसत गुरूदेव इ.का. दुल्लहपुर, हनुमान सिंह इ.का. देवकली , सुहवल इ.का., करंडा इ.का., सादात इन्टर कालेज तथा सुभाष इंटर कालेज बहरियाबाद ने परीक्षा के लिए सहमति नहीं दिया है। जबकि इनमें से अधिकतर  बोर्ड परीक्षा के दौरान केंद्र बनते है। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षा भी इन्हीं कालेजो में होती है। 

कालेजों में संसाधन की अनुपलब्धता 

गाजीपुर। राजकीय बालिका इंटर कालेज बुजुर्गा, शंकर बालिका इंटर कालेज झण्डातर , जनता उमा विद्यालय जंगीपुर, शान्ति निकेतन इंटर कालेज बरही, गंगा प्रसाद राम प्रसाद इंटर कालेज रूही पुर, सुभाष इंटर कालेज फतेउल्लाहपुर, लोकभारती इ.का. डिलिया, इन्दिरा बालिका इंटर कालेज नंदगंज, श्री मोतीलाल इंटर कालेज बासूपुर, जनता इंटर कालेज जीवपुर, महावीर इंटर कालेज मलिकपुरा एवं इन्दिरा बालिका इंटर कालेज मलिकपुरा में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय ने परीक्षा कक्ष संख्या तथा स्टाफ की कमी और संसाधन की अनुपलब्धता दिखाया है। जिस वजह से डीएलएड परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है।


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