अमेठी में दबंगों ने दलित प्रधानपति को जिंदा जलाया, गांव में दहशत
अमेठी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। दबंगों ने पहले तो दलित ग्राम प्रधान के पति का अपहरण किया, फिर एक मकान के बाउंड्रीवाल में उन्हें जिंदा जलाकर फरार हो गए। प्रधान पति की चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे घरवालों ने तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे गांव में तनाव व्याप्त हो गया है।
परिजनों ने गांव के ही पांच दबंगों पर अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है जबकि दो अन्य की तलाश में दबिश दे रही है। वहीं, जिला प्रशासन ने किसान बीमा योजना के तहत प्रधानपति के परिवार को पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना मुंशीगंज थाना क्षेत्र के बंदोईया गांव का है। यहां गुरुवार देर शाम महिला ग्राम प्रधान छोटका के पति अर्जुन गांव से गायब हो गए। कुछ देर बाद गांव के ही एक मकान की बाउंड्री में अर्जुन करीब 90 फीसदी अवस्था में जले हुए मिले। पता चलते ही घरवालों ने ग्रामीणों की मदद से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया।
लेकिन गंभीर हालत देख उन्हें रेफर कर दिय गया। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। वहीं मृतक का एक आॅडियो भी सामने आया है। इसमें वो उन्हीं लोगों पर खुद को जलाने का आरोप लगा रहे हैं, जिन पर उनके परिवार ने आरोप लगाया है।
वहीं दलित ग्राम प्रधान के पति की हत्या ने शुक्रवार शाम तब नया मोड़ ले लिया जब उसके परिवार ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिवार पर मौके पर मौजूद प्रशासनिक अफसरों के अलावा तमाम लोगों के समझाने बुझाने का कोई असर नहीं दिखा। परिवार वालों का कहना था कि जब तक उनकी पुत्री दिल्ली से नहीं आ जाती वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
परिवार वालों के यह कहते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद एडीएम वंदिता श्रीवास्तव ने दोबारा परिवार वालों को समझाने की कोशिश शुरू की। उन्होंने परिवर वालों की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया लेकिन परिवार के लोग तैयार नहीं हुए। परिवार द्वारा अंतिम संस्कार से इंकार करने के बाद प्रशासनिक अमला परेशान है।