राजर्षि टंडन मुक्त विवि ने शुरू की कोरोना कोर्स की पढ़ाई
तीन महीने में मिलेगा प्रमाण-पत्र, एक साथ सभी केंद्रों पर संचालित हो रहीं कक्षाएं
वाराणसी। वैश्विक महामारी कोरोना की अब पढ़ाई भी होगी। इसे अब पाठ्यक्रम में शामिल
कर लिया गया है। तीन महीने बाद विधिवत प्रमाण-पत्र मिलेगा। इस प्रमाण-पत्र का नाम
होगा कोविड-19। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने इसकी पहल की है।
इसके सभी केंद्रों पर कोरोना कोर्स की कक्षाएं चलनी शुरू हो गई हैं। दाखिले अभी लिए
जा रहे हैं।
राजश्री टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने कोरोना के नाम से प्रमाण-पत्र कोर्स देना
शुरू कर दिया है। इसके लिए विधिवत कक्षाएं भी चलनी शुरू हो गई हैं। पहले चरण में इसकी
ट्रेनिंग अध्यापकों और कर्मचारियों को दी जाएगी। ट्रेंड होने के बाद ये विद्यार्थियों
इसके बारे में पढ़ाएंगे।
कोरोना कोर्स के लिए तैयारी करने वाले इस पाठ्यक्रम को आवश्यक बता रहे हैं। माना
जा रहा है कि जागरूकता के अभाव में लोग इस बीमारी की जद में आ रहे हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक
एसके सिंह बताते हैं कि ये तीन महीने का कोर्स होगा, जिसमें कोविड के
इतिहास और इसके फैलाव आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। महामारी का परिचय और अन्य
बिंदुओं को इसको शामिल किया जाएगा। पूरे तीन महीने के क्लास में हफ्ते में दो दिन
क्लास चलेगा और ऑनलाइन असाइनमेंट भी दिया जाएगा। यह पढ़ाई लगातार तीन महीने तक चलेगी।
आखिरी सप्ताह में परीक्षा होगी और बाद में विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र दे दिया
जाएगा।
राजश्री टंडन मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किया जाने वाला ये कोर्स कोरोना
से बचने के लिए जागरूकता अभियान के तहत शुरू किया गया है। माना जा रहा है कि यदि
इसे अभी से पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा तो लोग आम जनजीवन और इस बीमारी से खुद को
बचाने के लिए सक्षम हो जाएंगे। खास बात यह है कि प्रमाण-पत्र हासिल करने वाला
विद्यार्थी समाज के बीच का होगा और उसे पता रहेगा कि ये बीमारी कितनी गंभीर है?