मऊ जिला पुलिस ने जब्त कर ली बाहुबली मुख्तार अंसारी के साथी उमेश सिंंह की लाखों की संपत्ति
मऊ। बाहुबली मुख्तार गिरोह को आर्थिक लाभ पहुंचाने और चर्चित मन्ना हत्याकांड में आरोपी कोयला माफिया उमेश सिंह की इंदारा स्थित धर्मकांटा और कोल डिपो को जब्त कर लिया गया। गैंगेस्टर में नामजद उमेश की संपत्ति सीज करने के लिए जिलाधिकारी कोर्ट से 14 ए के तहत जारी आदेश किया था।
सरायलखंसी थाना क्षेत्र के अहिलाद गांव के रहने वाले हैं उमेश
सिंह। 29 अगस्त 2009 में गाजीपुर
तिराहे पर हुई ठेकेदार अजय उर्फ मन्ना सिंह की हत्या में उनके साथ मुख्तार को नामजद
किया गया था। पुलिस ने गैंगेस्टर कानून के तहत उनका चालान किया था। मामला अभी
लंबित है।
मऊ के जिलाधिकारी ने उमेश सिंह की संपत्ति को जब्त करने के
लिए 14 ए के तहत आदेश
जारी किया था। डिप्टी एसपी नगर नरेश कुमार के नेतृत्व में इंदारा के अदरी स्थित उनके
कोल डिपो और धर्म कांटे को सीज कर दिया गया।
प्रशासन ने अब तक उमेश की करीब 17.36 लाख की संपत्ति जब्त की है।
उमेश सिंह की इंदारा के अदरी में 213.3 वर्ग मीटर की
जमीन पर कोल डिपो स्थापित है। उमेश ने इस संपत्ति की रजिस्ट्री 12 जुलाई 2005 को कराई थी। इस
समय जमीन का सर्किल रेट 10 लाख 36 हजार दो सौ
रुपये है। उसमें बने तीन कमरे जिनका अनुमानित मूल्य 7 लाख है।
इस प्रकार कुल कीमत 17 लाख 36 हजार हुई। कोल डिपो में भारी मात्रा में कोयला एवं एक
जेसीबी मौजूद है। कमरे में रखा गृहस्थी का सामान निकालकर कमरों व डिपो गेट में
ताला लगाकर सीज कर दिया गया।
सीओ नरेश कुमार सिंह के अनुसार उमेश मुख्तार गिरोह को लाभ पहुंचा
रहे थे। दबंगई के चलते इंदारा के अदरी में 15 वर्ष पहले कोल डिपो स्थापित किया था। ये अंसारी गिरोह के लिए
लंबे समय से फंडिंग कर रहे थे।