तकनीकी रूप से सामर्थ्यवान कर किसानों सशक्त करना लक्ष्य-प्रो. पंजाब सिंह


वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर और सोनभद्र जिलों से कुल 20 प्रतिभागी हुए शामिल



जनसंदेश न्यूज़

वाराणसी। भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित बायोटेक किसान प्रोजेक्ट जो कि फॉर्ड फॉउंडेशन व  आइसीएआर-आईआईवीआर के संयुक्त निर्देशन में उत्तर प्रदेश के चार जनपद में संचालित हो रही है। अक्टूबर 07, 2020 से प्रारंभ हुए मशरूम उत्पादन के प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि के दौरान ट्रेनीज को विभिन्न प्रकार के तकनीकी शिक्षा प्रदान की गई। 

वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर और सोनभद्र जिलों से कुल 20 किसानों और प्रोजेक्ट में कार्यरत यंग प्रोफेशनल्स व एफपीओ के निदेशक गण प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन गुरूवार को भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, अदलपुरा, वाराणसी में हुआ। इस क्रम में समापन समारोह के मुख्य अतिथि फॉर्ड फाउंडेशन के अध्यक्ष व काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह थे। 

इस अवसर उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य किसान भाइयों को तकनीकी रूप से सामर्थ्यवान बनाना है जिससे वह अपना आर्थिक आत्मनिर्भरता व अपनी आय को बढ़ा सकें। साथ ही उन्हें इस प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे कि वो अपने जिलों में जाकर समूह में किसानों को प्रशिक्षित भी कर सकें। त्रि-दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को मशरूम की विविधता, सफल मशरूम की खेती की विधि, मशरूम बीज की तैयारी, उसकी व्यवसायिक खेती, मशरूम की खेती के रोग का प्रबंधन व मशरूम की मार्केटिंग व उसके मूल्य संवर्द्धन के विषय में प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।  

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के निदेशक डॉ. जगदीश सिंह के निर्देशन में सम्पन्न हुई, जो कि बॉयोटेक किसान प्रोजेक्ट के प्रधान अनुसंधानकर्ता भी है। इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉ. जगदीश सिंह ने प्रशिक्षार्थियों से प्रशिक्षण के दौरान उनके अनुभव के बारे में व भविष्य में इसके सदुपयोग के विषय में भी विस्तार से बताया। 

कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि फॉर्ड फाउंडेशन के अध्यक्ष व बी.एच.यू. के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह ने प्रतिभागियों को सफलता पूर्वक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने पर प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक व आईआईवीआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक व परियोजना के प्रधान अनुसंधानकर्ता डॉ. नीरज सिंह, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में वरिष्ठ वैज्ञानिक व परियोजना के सह-अन्वेषक डॉ. संतोष सिंह, बी.एच.यू. के सूचना व जन सम्पर्क अधिकारी डॉ. राजेश सिंह व फॉर्ड फाउंडेशन के ट्रस्टी डॉ. उमेश सिंह की उपस्थिति रही।




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