राजनीति के गणित का सबसे सुखद पहलू, गरीब परिवार के सहायता को पूर्व प्रमुख विजय राय ने बढ़ाया मदद का हाथ
घनश्याम प्रसाद सागर
तरयासुजान थाना क्षेत्र में हुए दम्पति के हत्या का मामला
तमकुहीराज, कुशीनगर। राजनीति हो या शतरंज का खेल, शह और मात चलेगा ही, लेकिन जब किसी गरीब पीड़ित के न्याय के नाम पर मदद के वजाय सत्ता और विपक्ष जुबानी जंग शुरू कर दे तो न्याय पर्दे के पीछे नेताओं के चेहरे निखरने लगता है। हम बात कर रहें है, बीते सोमवार की रात तरयासुजान थाने के गांव परसौनी बुजुर्ग में हुए एक गरीब दम्पति की हत्या के बाद पर्दे की पीछे की तस्वीर की। घटना के पहले से लेकर घटना के बाद तक के तस्वीर को देखें तो पुलिस हर जगह कटघरे में दिखेगी। पुलिस कप्तान कुशीनगर एवं डीआईजी गोरखपुर के निर्देश के बाद भी पुलिस हत्यारें को न पकड़ सकी। और वह न्यायलय में समर्पण कर दिया। मतलब साफ है या तो पुलिस अपने उच्चाधिकारियों के बातों की मान न रख सकी या फिर किसी बड़े रसूखदार ने हत्यारें को न्यायलय तक पहुँचाने का रास्ता........ निकाल लिये।
पीड़ित परिवार को न्याय मिले यह तो साक्ष्य और पुलिस के जांच के बाद न्यायलय भेजे जाने वाले रिपोर्ट पर निर्भर करेगा, लेकिन हत्यारें के न्यायलय तक पहुँचने में हुई पुलिसिया चूक के कारण पीड़ित परिवार को अब पुलिस की जांच पर ही संदेह होने लगा है। खैर यह तो समय बताएगा कि पीड़ित परिवार की दलील सही है, या मात्र आशंका......?
दूसरी ओर पीड़ित परिवार अत्यंत गरीब है, उसे अभी जरूरत है घर के बेटी के इलाज और मृतक दम्पति के कर्मकांड हेतु सहायता की। लेकिन राजनीतिक लोग इस परिवार की मदद करने के वजाय परिवार में पहुँचते ही भावुक हो जा रहें, यह स्थिति ही ऐसी होती है। विपक्ष सत्ता को घेर रहा तो सत्ता के लोग जनता को कुछ और समझाने के साथ विपक्ष पर हमला बोल पुलिस के गलतियों पर पर्दा डाल रहे है। लेकिन कोई भी नेता इस पीड़ित परिवार को तत्काल मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ा रहा बल्कि सरकारी सहायता जो पूर्व से ही निश्चित है, उसे जल्द दिलाने का भरोसा दिला अपनी छवि निखारने में लगें है।
पूर्व प्रमुख एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार राय ने मंगलवार को सबसे पहले पीड़ित परिवार से मिलकर उनके दुःख दर्द को साझा किया और पीएम से शव आने के पहले मृतक दम्पति के दाह संस्कार के साथ ही जख्मी बेटी के इलाज के लिए आर्थिक मदद की, तब उनके इस कार्य की हर एक जुबान से दुआ निकली थी। जबकि मृतक दम्पति के गांव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि, सेवरही के प्रमुख वरिष्ठ सपा नेता उदयनारायण गुप्ता ने घटना के बाद से लेकर अब तक उस परिवार का हर तरह का मदद करते आ रहें है। लेकिन इन दोनों लोगों के अलावे अब तक किसी दूसरे दल या नेता ने इनके गरीबी और पीड़ा को नजदीक से महसूस नहीं किया