पुलिस की बाइक ‘बेजोड़’, 200 में हजार किलोमीटर की दौड़

हमारी आवाज: लगातार मांग के बाद भी नहीं बढ़ा भत्ता 


माधवेन्‍द्र सिंह
खानपुर/गाजीपुर। यूं तो मोटरसाइकिल अक्सर एक लीटर पेट्रोल में लगभग 50-60 किलोमीटर ही दौड़ती है, परंतु सरकार के लिए सिपाहियों की बाइक शायद खास है। सरकार मानती है कि 200 का पेट्रोल भरवा कर वह पूरे माह में 1200 किलोमीटर तक रफ्तार भर सकती है। 

सरकारी हिसाब से ऐसा ही लगता है, दरअसल थाने में तैनात सिपाहियों के कंधे पर सरकार अपराधियों की निगरानी, जन सरोकार व सामंजस्य, समन तामील, विवाद निस्तारण, बीट सूचनांकन जैसी बहुत सी जिम्मेदारी दे रखी है। ऐसे में उन्हें हर रोज लंबी दूरी तय करनी होती है, पहले यह कार्य साइकिल से होता था लेकिन अब सभी सिपाहियों के पास बाइक होती है। 

शहर के थाना में सरकारी वाहनों की अधिकता के कारण सिपाहियों की जेब पर बोझ कम होता है लेकिन देहात के थानों में तैनात सिपाही निजी वाहनों से ही दौड़ते हैं। उन्हें प्रतिदिन 35 से 40 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है यानि महीनों में एक हजार से बारह सौ किलोमीटर गाड़ी चलानी होती है लेकिन इन्हें वाहन भत्ते के रूप में मात्र 200 प्रतिमाह ही मिलते हैं, उन्हें ड्रेस की धुलाई भत्ते के रूप में भी मात्र 180 मिलते हैं। सिपाहियों से हुई वार्ता में उन्होंने बताया कि 4 से 5 दिन की ड्रेस धुलाई में ही यह राशि खर्च हो जाती है पुलिस में इन भत्ता को बढ़ाने की मांग भी उठती रही है लेकिन इस पर सुनवाई नहीं हो पाती। 

सिपाही को मिलने वाली सुविधा
 वाहन भत्ता - 200 
धुलाई भत्ता -180 
पौष्टिक आहार- 1500 

विभाग को मिलने वाला भत्ता इस महंगाई के दौर में कम है, लेकिन सरकार समय-समय पर विभाग के लिए अच्छे फैसले लेती रहती है, हम सभी को उम्मीद है सरकार इस पर भी जल्दी कोई निर्णय लेगी। राजीव द्विवेदी (क्षेत्राधिकारी सैदपुर)


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