यूपी पुलिस का कैसा खेल, रातभर में ही 151 में तब्दील हो जाता है एससी/एसटी का मुकदमा, चर्चाओं का बाजार गर्म

जांच के बाद होगी करवाई: एसपी नक्सल



संजय दूबे

मीरजापुर। मड़िहान थाना क्षेत्र के सुगापाख गांव में दो पक्षों में बुधवार को मारपीट हो गई थी। जिस संदर्भ में थाना प्रभारी के सीयूजी नंबर पर जब बात किया गया तो मड़िहान थाना के वरिष्ठ उप निरीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित राजकुमार सोनकर की तहरीर के आधार पर मारपीट समेत एससी-एसटी का मुकदमा पांच लोगों पर दर्ज किया गया है। वहीं सुबह होते ही मामला 151 में तब्दील हो जाता है।

जिससे लोगों में यह चर्चा का विषय बन जाता है कि आखिरकार किस कारणवश रात में दर्ज हुए एसएटी के मुकदमें को पुलिस ने बदल कर 151 में चालान कर दिया। जबकि मड़िहान थाने के वरिष्ठ उपनिरीक्षक के अनुसार आरोपियों में पूर्व ग्राम प्रधान अमरेश पटेल, शेर सिंह, संपत, अंकित, प्रद्युम्न हैं। जिन पर मारपीट व एससी एसटी का मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जिसका आडियो रिकार्डिंग भी काल डिटेल के साथ बतौर साक्ष्य है। 

वहीं गुरुवार की सुबह पांचों आरोपियों का धारा 151 में चालान कर दिया गया। जब इस मामले के संदर्भ में वरिष्ठ उपनिरीक्षक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पांचों पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। फिर सुबह होते ही पांचों आरोपी पुलिस की पकड़ में कैसे आए कि पुलिस ने हिरासत में लेकर पांचों का 151 में चालान कर दिया। यह एक बड़ा सवाल है। जिस संदर्भ में जब सीओ नक्सल से बात किया गया तो उन्होंने बड़े सहज ढंग से बताया कि मारपीट में सर्वप्रथम 151 होता है। वहीं एससी-एसटी जांच का विषय है। 

मुकदमा पंजीकृत होने के बाद इसका जांच किया जाता है। जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी। वहीं जब इस संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि एससी-एसटी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है। जिसकी विवेचना चल रही है। वहीं पांचों आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर 151 में चालान किया गया। एससी एसटी के तहत तत्काल गिरफ्तारी की नहीं होती है। मामले में जांच के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।




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