विपक्षी दल अपने राजनीतिक स्वार्थ में अनर्गल प्रचार कर रहे, जबकि एमएसपी की व्यवस्था जारी रहेगी : रमापति राम
देवरिया। विपक्षी दल अपने राजनीतिक स्वार्थ हेतु मिथ्या एवं अनर्गल प्रचार कर रहे हैं, जबकि एमएसपी की व्यवस्था जारी रहेगी। सरकारी खरीद और मंडी व्यवस्था भी जारी रहेगी, लेकिन इसके साथ-साथ किसानों को वैकल्पिक बाजार की व्यवस्था मिलेगी तथा कृषि क्षेत्र में बहुत बड़ा निवेश किया गया है। उक्त बातें सदर सांसद डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी ने पत्रकारों के साथ वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं। प्रधानमंत्री ने एमएसपी निर्धारण में स्वामीनाथन समितियों की सिफारिश को लागू किया है, जिससे लागत मूल्य में कम से कम 50% मुनाफा जोड़कर एमएसपी का निर्धारण किया जाता है। कहा कि एमएसपी को बढ़ाने के साथ-साथ उपार्जन प्रक्रिया को दुरुस्त किया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसका लाभ मिल सके। कहा कि कोविद-19 से उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद 390 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया गया, जोकि विगत वर्ष से लगभग 15% ज्यादा है एवं 75 हजार करोड़ का भुगतान किसानों को किया गया। गेहूं के उपार्जन केंद्रों को डेढ़ गुना तथा दलहन-तिलहन के उपार्जन केंद्रों को 3 गुना बढ़ाया गया है।
सभी कृषि संबंधित गतिविधियां निर्बाध रूप से संचालित होती रहे। इस हेतु सरकार ने सभी सुविधाएं एवं रियायतें प्रदान की है। कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कृषि अवसंरचना फंड के रूप में 1 लाख करोड़ रुपए की धनराशि का प्रावधान केंद्र सरकार द्वारा ने किया गया है। वही पीएम किसान सम्मान निधि योजना में अभी तक लगभग 10 करोड किसान लाभान्वित हुए हैं। कोविड-19 के दौरान पीएम किसान में लगभग 9 करोड़ किसानों को लगभग 38 हजार करोड रुपए जारी किए गए। पिछले 6 माह में 1.29 करोड़ नए केसीसी जारी किए गए एवं 1 लाख 12 हजार करोड़ की क्रेडिट लिमिट केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई है। कहाँ कि एमएसपी पूर्व की तरह जारी रहेगी।
एमएसपी पर किसान अपनी उपज विक्रय कर सकेंगे। रवि की एमएसपी अगले सप्ताह घोषित की जाएगी। मंडियों में इनाम ट्रेडिंग व्यवस्था भी जारी रहेगी देश में 10 हजार कृषक उत्पादक समूह निर्मित किए जा रहे हैं। ये उत्पाद समूह छोटे किसानों को जोड़कर उनकी फसल को बाजार में उचित लाभ दिलाने की दिशा में कार्य करेंगे।