पीएफ का लाभ लेने को सजग रहें कर्मचारी: उपेंद्र प्रताप सिंह

- हर क्षेत्र के कर्मचारी व उनके परिवार पीएफ के लाभ के बारे में जानें : कौशलेंद्र सिंह


- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी कई जनपदों के पात्रों को किया गया लाभांवित


- दुर्घटनाओं में मृत कर्मचारियों की खबरों को संज्ञान में लेकर भी हो रही सराहनीय पहल


- रिटायर कर्मचारी या आश्रित प्रत्येक साल के अंत में ऑनलाइन दें जीवित प्रमाण-पत्र



सुरोजीत चैटर्जी
वाराणसी। कर्मचारी सरकारी संस्थान का हो या गैरसरकारी संस्थान में, उसे अपने भविष्य निधि (पीएफ) को लेकर हमेशा सजग रहने की जरूरत है। ताकि सेवानिवृत्ति के बाद उसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन विभाग ने पेंशन समेत अन्य देय मिल सके और उसे आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े। महकमे ने ऐसे कर्मचारियों के परिवारों को भी ढूंढ़कर पेंशन वगैरह उपलब्ध कराने की सराहनीय पहल शुरु की है जिनकी मौत किसी दुर्घटना या हादसे में हो जाने की खबरें अखबारों में प्रकाशित तो होती हैं लेकिन पीड़ित परिवार के लोग पीएफ आदि से अनजान होते हैं।


पांडेयपुर क्षेत्र के अशोक विहार कॉलोनी स्थित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय में अपर केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त कानपुर गौतम दीक्षित के निर्देश पर बुधवार को आयोजित एक समारोह में यह बात विभाग के क्षेत्रीय आयुक्त उपेंद्र प्रताप सिंह ने कही। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य कौशलेंद्र सिंह पटेल ने विभिन्न पात्रों और लाभार्थियों के पीएफ संबंधी पूर्ण अभिलेख सौंपे। साथ ही लाभार्थियों या उनके आश्रितों को बताया गया कि उनके खाते में एक मुश्त कितनी धनराशि भेजी गयी है और गुरुवार तक पेंशन का पैसा भी अकाउंट में भेज दिया जाएगा।
कार्यक्रम में श्री पटेल कहा कि भविष्य निधि सरकारी की बहुत अच्छी योजना है। इससे मिलने वाले लाभ के बारे में प्रत्येक क्षेत्र के कर्मचारियों और उनके परिवारों को जानना चाहिए। क्षेत्रीय आयुक्त श्री सिंह ने पीएप को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर बल देते हुए बताया कि तमाम कर्मचारियों को जानकारी नहीं है कि उनका कितना पीएफ कटता है और भविष्य में इसका लाभ किस प्रकार लिया जा सकता है।



उन्होंने ने यह भी ध्यान दिलाया कि पीएफ लाभार्थी को हर साल नवंबर-दिसंबर में अपने जीवित होने का प्रमाण-पत्र भविष्य निधि कार्यालय आकर देने के बजाय ऑनलाइन ही मुहैया करा सकते हैं। ताकि जनवरी से दिसंबर माह तक माह से अबाध रूप में उसका पेंशन जारी रखना संभव हो। समारोह में विभिन्न श्रेणी कर्मचारियों और उनके परिजनों को लाभांवित किया गया। अन्य जिलों के कई लाभार्थियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के  माध्यम से भी उनका पेंशन शुरु होने की जानकारी दी गय। कई कार्यक्रम में क्षेत्रीय आयुक्त शाहिद अनवर एवं आकाश सोनकर, सहायक आयुक्त प्रतीश सिंह, कई नियोक्ता और श्रम संगठनों के प्रतिनिधि भी थे।


रिटायरमेंट के तुरंत बाद पेंशन शुरु
- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ‘प्रयास योजना’ में कर्मचारी के रिटायर होने की तिथि के तत्काल बाद पेंशन आरंभ कर दिया जा रहा है। इसी स्कीम के अंतर्गत बुधवार को भी कई लोगों को पेंशन जारी किये गये। श्री सिंह ने बताया कि विभागीय मंत्री संतोष गंगवार की पहल पर ईपीएफ में कोविड क्लेम भी शामिल कर लिया गया है ताकि जरूरतमंद कर्मचारी जरूरत के मुताबिक आकस्मिक रूप से धनराशि प्राप्त कर सके। दूसरी ओर, उन्होंने बताया कि कोविड-19 के तहत क्षेत्रीय कार्यालय से दस हजार 941 लोगों को एडवांस के तौर पर 21 करोड़ तीन लाख 28 हजार 421 रुपये मुहैया कराए जा चुके हैं। इस मद से देश के 41.25 लाख कर्मचारी लाभांवित हुए हैं।



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