पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तैयार हो रहा नेशनल डाटा बेस, होटल उद्योग की बेहतरी के लिए भी नयी रणनीति

विवरण एकत्र कर होटल उद्योग की बेहतरी के लिए बनाएंगे नयी रणनीति


देशभर में होटल, पीजी हाउस आदि सभी आवासीय इकाइयों का जुटा रहे ब्योरा


पोर्टल पर उलब्ध है विस्तृत ब्योरा, इकाइयों का पंजीकरण कराना भी है अनिवार्य



सुरोजीत चैटर्जी
वाराणसी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी समेत देशभर के ऐसे सभी होटल, लॉज गेस्ट हाउस, हॉस्टल आदि का राष्ट्रीय स्तर पर डाटा बेस तैयार किया जा रहा है जिसमें उनका संपूर्ण ब्योरा दर्ज रहेगा। इनमें तारांकिंत होटलों से इतर अनक्लासिफाइड श्रेणी में आने वाले उन सभी आवासीय इकाइयों को शामिल कर रहे हैं जहां टूरिस्ट जाकर प्रवास करता है। भारत में अबतक 22 हजार से अधिक ऐसी आवासीय इकाइयों को निर्धारित पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है।
उनमें से उत्तर प्रदेश में दो हजार 380 इकाइयों के वितरण एकत्र कर चुके हैं। बनारस में वर्तमान में लगभग 15 सौ ऐसी इकाइयों को अपलोड कर पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना संबंधित अवासी इकाइयों के प्रबंधनों के लिए आवश्यक कर दिया गया है। तयशुदा पोर्टल पर ब्योरा दर्ज होने के बाद टूरिज्म को और बेहतर ढंग से प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार नयी रणनीति बनाएगी। पोर्टल ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.एचओटीइएलसीएलओयूडी.एनआईसी.आईएन’ पर यह रजिस्ट्रेशन कराना होगा।


उत्तर प्रदेश पर्यटन के टूरिस्ट अफसर कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि इस कवायद का प्रमुख उद्देश्य पर्यटकों के लिए ऐसी सभी सुविधाएं मुहैया कराना है जिससे न सिर्फ टूरिज्म को प्रोत्साहन मिले बल्कि पर्यटन स्थलों का विकास और प्रचार-प्रसार भी संभव हो। पर्यटकों को भ्रमण के लिए मुख्य रूप से आवास, जलपान तथा मार्ग सुविधा आदि मूलभूत जरूरत पड़ती है।
हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में होटल उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार ने अपने पोर्टल ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.एचओटीइएलसीएलओयूडी.एनआई सी.आईएन’ पर सभी अनक्लासिफाइड होटल, लाज, गेस्ट हाउस, पेइंग गेस्ट हाउस, बेड एंड ब्रेकफास्ट (बी एंड बी), होम स्टे आदि आवासीय इकाइयों को संकलित करा रहा है। पर्यटन विभाग के पास इन इकाइयों की संबंधित सूचना संकलित करना के बाद भविष्य में होटल उद्योग के लिए कारगर रणनीति बनाकर उसका प्रचार-प्रसार कराएंगे। इशाीलिए मंत्रालय के पोर्टल पर यह इकाइयां अपलोड की जा रही हैं।


श्री श्रीवास्तव ने बताया कि अपलोड प्रत्येक आवासीय इकाइयों को पोर्टल पर ही एक रजिस्ट्रेशन नंबर दे रहे हैं। इसी क्रम में यूपी के सभी जनपदों समेत वाराणसी में भी अनक्लासिफाइड होटल, लॉज, गेस्ट हाउस, पीजी हाउस, गेस्ट हाउस, बी एंड बी सहित सराय श्रेणी में सम्मिलित पर्यटकों के लिए रात्रि निवास से जुड़ी सभी इकाइयों को स्वयं इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना होगा। इस बारे में सूबे में पर्यटन विभाग के अपर सांख्यिकी अधिकारी एवं स्टेट नोडल अफसर मनीष श्रीवास्तव के मोबाइल फोन नंबर 9616603455 से भी जानकारी ले सकते हैं।


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