कानपुर से भागी मौसी, लखनऊ से भागी भांजी, पुलिस ने गाजियाबाद से पकड़ा तो हुआ यह खुलासा
जनसंदेश न्यूज़
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट ने देश में समलैंगिक विवाह को मान्यता दे दिया है, लेकिन भारतीय परिवेश में आज भी समलैंगिक विवाह को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता। लेकिन फिर गाहे बगाहे समलैंगिक शादियां देखने को मिल ही जाती है, इसलिए लोग परिजनों की रजामंदी ना होने पर भागने को मजबूर होते है।
ताजा मामला गाजियाबाद का है। जहां पुलिस ने घर से भागी भांजी और मौसी को बरामद कर दिया। दरअसल बीते 2 सितंबर को कानपुर के लालबंगला में एक सेल्समैन की 19 वर्षीय बेटी घर से कुछ सामान लेने के लिए निकली थी। लेकिन, वह वापस लौटकर घर नहीं आई। 3 सितंबर को परिजनों ने उसकी भांजी लखनऊ से लापता हो गई।
परिजनों की शिकायत के बाद दोनों की तलाश में जुटी पुलिस को गुरुवार को सफलता मिली। पुलिस ने दोनों को गाजियाबाद से बरामद किया। पुलिस ने बताया कि सर्विलांस के जरिए दोनों को खोजा गया। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद में दोनों एक दोस्त के फ्लैट में रह रही थी। पुलिस ने तीनों को गाजियाबाद से थाने लाई। पुलिस पूछताछ में पता चला कि मौसी और भांजी अनवरगंज की सहेली के साथ भागी थी। पुलिस ने बताया कि ये तीनों गाजियाबाद में किराए के मकान पर रहती थी।
पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला कि मौसी और भांजी ने जनवरी के महीने में एक दूसरे से शादी कर ली थी। पुलिस ने बताया कि लखनऊ में परिजनों को सूचना दे दी गई है। साथ ही परिजनों को थाने में बुलाया गया है। पुलिस ने बताया कि मौसी और भांजी का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए जाएंगे।