चंदौली : दादा-दादी, नाना-नानी, फोन घुमाओ-सुनो कहानी, अध्यापिका अल्पिका का बेहतरीन प्रयास
गांव में डोर टू डोर घूमकर बच्चों के अभिभावकों को किया जागरूक
शासन द्वारा जारी टोल फ्री नंबर को लेकर किया जागरूक
मनोज कुमार
चंदौली। कुछ माह पूर्व ही ऑनलाइन क्लासेज ना कर पाने वाले बच्चों के लिए वर्कशीट तैयार एक बेहतरीन पहल करने वाली नियामताबाद विकासखंड के चौरहट प्राथमिक विद्यालय की अध्यापिका अल्पिका जायसवाल ने एक बार फिर एक बेहतरीन प्रयास किया है। कोरोना संकट में लॉक हो चुके बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित अल्पिका जायसवाल ने इस बार गांव में डोर टू डोर घूमकर बच्चों की पढ़ाई के लिए जारी हुए टोल फ्री नंबर को लेकर जागरूक किया। खास बात यह रहा है कि इस दौरान उन्होंने एक बार फिर नवाचार का सहारा लिया और खुद के हाथ से बोर्ड तैयार कर गांव में अभिभावकों के यहां पहुंची और उन्हें उस टोल फ्री नंबर के बारे में जानकारी दी।
दरअसल कोरोना संकट के बीच अनलॉक हुए पूरे देश में बाजार और परिवहन तो संचालित हो चुके है, लेकिन शिक्षा व्यवस्था अभी तक लॉक ही है। प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए नौनिहालों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश सरकार ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए अभी विद्यालय ना खोलने का निर्णय लिया।
हालांकि ऐसे समय में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए नये-नये इनोवेशन और प्रयास किये जा रहे है। जिससे कि बच्चों का शैक्षणिक विकास बाधित ना हो। इसी को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के डीजीएसई विजय किरण आनंद द्वारा टोल फ्री नंबर 18005721710 जारी किया गया है। जिसके पीछे शासन का उद्देश्य है कि जिन बच्चों के परिवार के पास स्मार्ट फोन नहीं है, उनको इसका लाभ पहुंचाया जाये। इस टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर ज्ञानवर्धक कहानियां सुनी जा सकती है।
इसी को लेकर अध्यापिका अल्पिका जायसवाल ने आज गांव में घूम कर बच्चों के अभिभावकों को जागरूक किया। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों को बताया कि इस टोल फ्री नंबर का प्रयोग कर आप अपने बच्चों को ज्ञानवर्धक और अच्छी कहानियां सुना सकते है, जो उनके व्यक्तित्व के विकास में सहायक होगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस नम्बर पर कोई शुल्क नही लगेगा, जिसे कभी भी कहीं भी मैन्युअल फोन के द्वारा इसका इस्तेमाल करके कहानी सुनी जा सकती है।