चमत्कार! अर्थी पर रखे शव में हुई हलचल, सांसे चली, आंखे खुली फिर......

डॉक्टरों ने मृत घोषित किया, दाह संस्कार की तैयारियों के बीच जिंदा हुआ मुर्दा



जनसंदेश न्यूज़
बिहार। राजधानी पटना में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल से मृत घोषित हुए युवक को घर लाकर अर्थी पर लिटाया गया था। इसी बीच युवक की हाथों में हलचल के साथ ही सांसे चलने लगी। जिससे देख वहां मौजूद रह शख्स आश्चर्यचकित रह गया। इसी बीच कुछ देर के लिए उसकी आंखे भी खुली। आनन-फानन में परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां उसकी स्थिति गंभीर बनीं हुई है। डॉक्टर युवक को बचाने में जुटे हुए है। 


बिहार के हरदास बीघा के कटौना निवासी सौरभ बीते 7 सितंबर को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसके बाद परिजनों ने उसे कंकड़बाग के निजी अस्पताल में 7 सितंबर की रात 10 बजे भर्ती कराया। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। इस बीच चार दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझते हुए सौरभ को डॉक्टरों ने शुक्रवार को मृत घोषित कर दिया। लगभग दो लाख का बिल चुकाने के बाद अस्पताल ने अपने हाथ खड़े कर दिए। परिजनों में रोना पीटना मच गया। 


हॉस्पिटल ने वेंटिलेटर से उतारकर बॉडी को पैक करके एंबुलेंस में डाला दिया, जबकि धोखे से सर्टिफिकेट पर मृत की जगह रेफर लिख दिया। परिजन सौरभ को घर लेकर आये। और उसकी अर्थी सजा दी गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। इसी बीच सौरभ के शरीर के अंगुलियों में हलचल हुई। जिसे देख परिजन चौंक गये। उसकी सांसे भी चलने लगी, कुछ देर के लिए उसने आंखे खोली फिर बंद कर ली। 


परिजन उसको आनन-फानन में पीएमसीएच में भर्ती कराया। जहां इमरजेंसी में उसका इलाज चल रहा है। हालांकि उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। इमरजेंसी के प्रभारी डॉ अभिजीत सिंह ने बताया कि जब सौरभ यहां पहुंचा था तब उसकी सांसे चल रही थी लेकिन वह बेहोश था। शरीर में हल्की हलचल थी, हालांकि अभी भी उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है डॉक्टरों की टीम से बचाने का पूरा प्रयास कर रही है। 


Popular posts from this blog

'चिंटू जिया' पर लहालोट हुए पूर्वांचल के किसान

नलकूप के नाली पर पीडब्लूडी विभाग ने किया अतिक्रमण, सड़क निर्माण में धांधली की सूचना मिलते ही जांच करने पहुंचे सीडीओ, जमकर लगाई फटकार

चकिया में देवर ने भाभी के लाखों के गहने और नगदी उड़ाये, आईपीएल में सट्टे व गलत आदतों में किया खर्च, एएसपी ने किया खुलासा