बलिया खाद्यान्न घोटाले का आरोपी पूर्व बीडीओ गिरफ्तार, फर्जी हस्तारक्षर कर लाखों गोलमाल करने का आरोप

ईओडब्ल्यू के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा की टीम ने दबोचा 



रवि प्रकाश सिंह
वाराणसी। बलिया में साल 2002-05 के बीच सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना खाद्यान्न घोटाले का आरोपी पूर्व बीडीओ को ईओडब्ल्यू निरीक्षक सुनील वर्मा की टीम ने गिरफ्तार किया। आरोप है कि खाद्यान्न वितरण के लिये जिम्मेदार सीडीओ और ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारियों ने मानक को ताख पर रखकर कूटरचित दस्तावेज और छल कपट से नियमों और मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए व्यक्तिगत लाभ के लिए खाद्यान्न और नकद धनराशि का दुर्विनियोग किया गया। 


मंगलवार को आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी के पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार के नेतृत्व में निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा द्वारा गठित टीम के अरविन्द कुमार, आरक्षी शशिकान्त सिंह और आरक्षी विनीत पांडेय ने फरार अभियुक्त पूर्व बीडीओ रामफेर राम पुत्र रामदेव राम निवासी ग्राम मढ़ी थाना चंदवक जिला जौनपुर को भोजूबीर वाराणसी से गिरफ्तार किया। ईओडब्ल्यू के निरीक्षक सुनील वर्मा ने बताया कि सेवानिवृत्त होने के बाद से अभियुक्त रामफेर गिरफ्तारी के डर से बचते बचाते फिर रहा था। 


यहां तक सेवानिवृत्त होने के बाद से वह अपने मूल निवास भी नहीं गया और जिला अमेठी के करमौली थानाक्षेत्र में रह रहा था। 2002 से 2005 के दौरान जनपद बलिया के हनुमानगंज ब्लॉक पर खण्ड विकास अधिकारी के पद पर रहते हुए विभिन्न गांवों में इस योजना के तहत मिट्टी, नाली निर्माण, खडंजा, पटरी मरम्मत, सम्पर्क मार्ग, सीसी और पुलिया निर्माण का कार्य कराया गया। बीडीओ ने अधिकारियों और कोटेदारों से मिलकर पेमेंट आर्डर, मास्टर रोल और खाद्यान्न वितरण रजिस्टर में कूटरचना कर मजदूरों के फर्जी हस्ताक्षर बनवाये थे। साथ ही मास्टर रोल में मजदूरों के फर्जी नाम और पत्ता भी लिखकर लगभग 30 लाख से ज्यादा का गोलमाल किया।


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