शास्त्री पुल बना लाखों के प्रति दिन कमाई का जरिया, दो थानों के बीच होती है सेटिंग!
रात में निकाली जाती है बालू गिट्टी की ओवरलोड ट्रकें
पर चक्कर वसूला जाता है पुलिस टैक्स
जनसंदेश न्यूज
मीरजापुर। पूरे पूर्वांचल के ट्रक मालिकों को पता है की शास्त्री पुल जर्जर होने के बाद ओवरलोड ट्रकों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है, लेकिन पुल पर ओवरलोडिंग वाहनों के प्रवेश पर रोक लगने के बाद पुलिसिया कमाई में लाखों का इजाफा प्रतिदिन हो रहा है। दो स्थानों के बीच में स्थित पुल पर दोनों तरफ से आने वाले ओवरलोड ट्रकों का शुल्क निर्धारित किया गया है। वें ट्रक रात को 12 बजे के बाद पुल से निकाली जाती है।
ट्रक से ओवरलोड ट्रकों को पास कराने के लिए मोटी रकम निर्धारित किया गया है। अगर आप औराई या गोपीगंज की तरफ से आ रहे हैं, तो चील्ह पुलिस को मोटी रकम देना पड़ेगा। इसके अलावा मध्य प्रदेश इलाहाबाद व अन्य जिलों से नटवा तिराहे से होकर ट्रक ट्रक को गुजरने के लिए मोटी रकम देना पड़ता है। हालांकि दो थानों के बीच में दो चौकिया भी हैं, लेकिन मुख्य भूमिका में नटवा और चील्ह थाना है।
बताते चलें कि शाम होते ही ट्रको की लाइन पुल से 100 मीटर की दूरी पर लगना शुरू हो जाती है। कई ट्रकें तो पेट्रोल पंप और सड़कों के किनारे तिरपाल रस्सा बांधकर खड़ी रहती है, जैसे ही लोकेशन मिलता है ट्रकें निकाल दी जाती है। वहीं सूत्रों की मानें तो प्रतिदिन 50 से 60 ट्रकों का आवागमन पुल से किया जाता है। यह ओवरलोड करके पुलिस के लिए कमाई का बढ़िया तरीका हैं।
सेटिंग की बात की जाए तो चील्ह पुल की तरफ से आने वाली ट्रकों को मोटी रकम दिया जाता है और जब ट्रक पुल पार करने लगती है तो दूसरे थाने के सिपाही द्वारा पूछा जाता है कि टोकन मनी जमा किया गया है कि नहीं। परमिशन होने पर ही ट्रकों का आवागमन कराया जाता है, जिसको लेकर ट्रक एसोसिएशन में आक्रोश भी व्याप्त है।
बताते चलें कि शास्त्री पुल जर्जर होने के बाद ट्रक व्यवसाय प्रभावित हो गया है और ट्रक मालिकों के आगे कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। जिससे ट्रक व्यवसाय बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है, लेकिन पुलिस के लोग ट्रकों को पार कराकर मलाई काट रहे हैं।
इस संबंध में सीओ सदर डॉ. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आपके द्वारा यह मामला संज्ञान में लाया गया है। पूरे मामले की स्वतः जांच करेंगे। अगर इस तरह की कमी पाई जाती है, तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।