नहीं चली अपहरण की झूठी कहानी तो पट्टीदारों को फंसाने के लिए चाचा-चाची ने मिलकर अपनी ही भतीजी की कर दी निर्मम हत्या
24 घण्टे के अंदर पुलिस ने किया मामले का खुलासा
एसपी ने की टीम को 10000 पुरस्कार देने की घोषणा
भदोही पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी जानकारी
जनसन्देश न्यूज
भदोही। कोतवाली क्षेत्र के मोढ़ पुलिस चौकी क्षेत्र के जमुनीपुर अठगवां गाँव में शनिवार की रात मेला की बारी में राम जानकी मंदिर के पीछे किशोरी का शव मिलने के मामले में भदोही पुलिस ने किशोरी के दो चाचा व चाची को हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बताया कि जाँच के दौरान मुखबिर की सूचना पर मृतका की हत्या परिजनों द्वारा किए जाने का संकेत मिला। गहराई से जांच करने पर मृतका के चाचा रंजीत दुबे के मोबाइल को चेक करने पर कॉल रिकॉर्डर से संदिग्ध कॉल मिली, जिसके संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर रंजीत ने पूरी घटना का सिलसिलेवार विवरण बताया।
एसपी ने बताया कि पड़ोसियों से जमीनी विवाद चल रहा था। पट्टीदारों को फंसाने के लिए अपहरण की फर्जी कहानी रची गई थी। किंतु पुलिस जांच में सत्यता ना पाए जाने के कारण अभियोग पंजीकृत नहीं किया गया। आरोपियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से न्यायालय से भी मुकदमा नहीं हो पाया। फिर दोनों भाइयों ने किशोरी की हत्या कर पड़ोसियों को फंसाने की साजिश रची। जिसके क्रम में इंद्रेश निशा को लेकर पूर्व निर्धारित स्थान पर पहुंचा, जिस पर इंद्रेश की पत्नी वंदना ने रंजीत को घर से लेकर जाने की सूचना दी।
इंद्रेश्वर निशा के पहुंचते ही दोनों भाइयों ने मिलकर निशा का हाथ, पैर, मुंह दबाकर चौपड़ से गला काटकर हत्या कर दिए और अपने घर चले गए, ताकि सुबह लाश मिलने पड़ोसियों को फंसाया जा सके। एसपी ने बताया कि इन लोगों द्वारा साजिश के तहत पड़ोसियों के खिलाफ अपहरण की झूठी कहानी का प्रार्थना पत्र दिया जा चुका था। उसी के आधार पर हत्या की प्लानिंग कर रहे थे। आरोपियों ने 27 जुलाई को भी हत्या का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल पायी।
एसपी ने 24 घंटे के अंदर किशोरी की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए बताया कि किशोरी की हत्या के आरोप में चाचा इंद्रेश कुमार दुबे, रंजीत दुबे व चाची बंदना दुबे को कोछिया से गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व रक्त रंजित चौपड़ भी बरामद हुआ। अनावरण करने वाली टीम में भदोही कोतवाली प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत राय, उप निरीक्षक सुनील यादव, स्वतंत्र सिंह, मनोज राय, संजय पटेल, सुभाष यादव, राधा यादव, गुंजन, थानाध्यक्ष सुरियावां विजय प्रताप सिंह की टीम, क्राइम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह, नरेंद्र सिंह, सुनील कनौजिया,नीरज यादव, सर्वेश राय आदि शामिल रहे। टीम को एसपी ने 10000 पुरस्कार देने की घोषणा की है।